Kannauj Lok Sabha Voting News: इत्र और इतिहास की नगरी कन्नौज में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरे हर्षोल्लास के साथ मतदान शुरू हो चुका है. मतदान शुरू होने से पहले ही बड़ी संख्या में अलग अलग मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लाइनें लगना शुरू हो गई थी आपको तस्वीर दिखाते है कि लोकतंत्र के इस महापर्व को मनाने के लिए लोग कितना उत्साहित होकर अपना वोट डालने के लिए मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे है.
राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की बात करे तो कन्नौज में सपा की खोई जमीन को वापस लाने के लिए 15 साल बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे है वही 2019 में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को चुनाव हराने वाले भाजपा सांसद सुब्रत पाठक एक बार अखिलेश यादव के सामने चुनावी मैदान में है बहुजन समाजवादी पार्टी ने मुस्लिम प्रत्याशी इमरान बिन जफर दोनो पार्टियों के समीकरण को बिगाड़ने के लिए चुनावी मैदान में है. कन्नौज लोकसभा सीट पर सपा मुखिया अखिलेश यादव की साख दांव पर लगी हुई है अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने से कन्नौज में सियासी तापमान काफी चढ़ा हुआ है.
क्या है कन्नौज का सियासी समीकरण?
कन्नौज संसदीय क्षेत्र की पांच विधानसभाओं में कुल मतदाताओं की बाते करे तो 19 लाख 82 हजार 590 मतदाता है. जिसमें 15 फीसदी ब्राह्मण, 15 फीसदी यादव, 16 फीसदी मुस्लिम, 10 फीसदी राजपूत व 39 फीसदी में अन्य जातिय सम्मिलित है.
कुल मतदाताओं में पुरूष मतदाताओं की संख्या 10 लाख 61 हजार 205 है. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या नौ लाख 21 हजार 289 है. वही इस बार 96 ट्रांस जेंडर , 26 हजार 15 युवा वोटर , 21 हजार 126 दिव्यांग मतदाता ,चार हजार 690 सर्विस वोटर तथा 21 हजार 126 बुजुर्ग वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
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प्रदेश के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से कन्नौज एक ऐसा संसदीय क्षेत्र जिसमे कन्नौज की तीन विधानसभा छिबरामऊ, तिर्वा, कन्नौज, और्र्या जिले की बिधूना व कानपुर देहात की रसूलाबाद विधानसभा समेत पांच विधानसभा क्षेत्र शामिल है. बिधूना को छोड़कर बाकी चार विधानसभाओं में भाजपा का कब्जा है. इस क्षेत्र में प्रमुख रूप से बीजेपी, सपा व बसपा निर्वाचन क्षेत्र की प्रमुख पार्टियां है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सुब्रत पाठक ने 12352 वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी. उन्होंने 49 प्रतिशत वोट शेयर के साथ कुल 563087 वोट प्राप्त हुए थे. सुब्रत पाठक ने सपा की डिंपल यादव को हराया था.
डिंपल यादव को 48.27 वोट शेयर के सात 550734 वोट मिले थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में इसी सीट पर सुब्रत को हराकर जीत हासिल की थी. तब डिंपल यादव को 43.89 वोट प्रतिशत के साथ 489164 मत हासिल हुए थे. बीजेपी के सुब्रत पाठक को 42.10 प्रतिशत के हिसाब से 469257 वोट मिले थे. डिंपल यादव ने सुब्रत पाठक को 19907 वोटों के अंतर से हराया था.