UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए सियासी बिसात बिछने लगी है. बसपा प्रमुख मायावती ने गठबंधन पर बनी ऊहापोह की स्थिति को साफ कर दिया है. मायावती लोकसभा चुनाव के मैदान में अकेले उतरेंगी. लोकसभा चुनाव के लिए मायावती ने इंडिया और एनडीए गठबंधन में शामिल होने से इंकार कर दिया है. इंडिया गठबंधन में अब अखिलेश यादव की सपा और जयंत चौधरी की रालोद साथ चुनावी रण में उतरेंगी. बीजेपी की अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के पद पर पहुंचाने की तैयारी कर रहा है.


कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक का दावा


इस बीच कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि मोदी लहर में समाजवादी पार्टी मैनपुरी सीट भी हार जाएगी. शायद इसी डर से अखिलेश यादव मायावती को प्रधानमंत्री बनाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस वक्त देश में प्रधानमंत्री मोदी के नाम की प्रचंड लहर चल रही है. इसलिए उत्तर प्रदेश में इस बार रायबरेली हो या मैनपुरी सभी सीटों पर बीजेपी को जीत मिलेगी. अखिलेश यादव को मैनपुरी हारने का डर सता रहा है.


'मैनपुरी सीट हारेंगे अखिलेश यादव'


उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव पिछली बार मैनपुरी सीट बसपा के साथ गठबंधन की वजह से जीतने में कामयाब रहे थे. आजमगढ़ सीट बीजेपी जीत गई. अब मैनपुरी सीट भी अखिलेश यादव हारेंगे. बीजेपी मैनपुरी में बड़े वोट प्रतिशत से जीतेगी. सुब्रत पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव कांग्रेस की मदद से मायावती को इंडिया गठबंधन में शामिल कराना चाहते थे. अखिलेश यादव का मकसद मैनपुरी के गढ़ को बचाना था. लेकिन उनका मंसूबा पूरा नहीं हुआ. इसलिए अखिलेश यादव मायावती को प्रधानमंत्री बनाने की बात कह रहे हैं. कन्नौज सांसद ने कहा कि अखिलेश यादव को मालूम है कि इस बार लोकसभा चुनाव में देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी के लिए एक बार फिर प्रधानमंत्री का पद आरक्षित कर दिया है. उन्होंने कहा 2024 के चुनाव में विपक्ष का प्रधानमंत्री नहीं बनने जा रहा है. 


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