Kannauj News: कन्नौज (Kannauj) जिले के प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वालो छात्र-छात्राओं ने कबाड़ से जुगाड़ की नीति को अपनाकर ऐसे-ऐसे प्रोजेक्टस के मॉडल को तैयार किया है जो सच में तारीफे काबिल है. इतना ही नहीं अपने हुनर का प्रदर्शन कर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले इन बच्चों ने आम आदमी की उस सोच को भी बदलने पर मजबूर कर दिया है जहां लोग सरकारी स्कूलों की शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण नहीं मानते थे.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यूपी के कन्नौज में राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था. जिसमें होनहार छात्रों ने कबाड़ से जुगाड़ अपनाकर कई तरह के आधुनिक प्रोजेक्टों के मॉडलों का प्रदर्शन किया. कक्षा 7 में पढ़ने वाले छात्र करण कटियार ने पहाड़ों पर बिजली बनाने वाले प्रोजेक्ट मॉडल के बारे में बताया कि पहाड़ो पर बिजली पहुंचाना मुश्किल है. इसलिए हाड्रो पावर प्लांट के माध्यम से बिजली आपूर्ति की जा सकती है.
कक्षा 7 में पढ़ने वाले छात्र यश कुमार ने बताया कि उसने कबाड़ से जुगाड़ कर थ्री इन वन कूलर बनाया है जिसमे तेल के पीपे का प्रयोग किया है. इस कूलर की ख़ास बात है कि यह गर्मी और सर्दी दोनों में काम आता है और अगर बिजली है तो इससे बिजली की रौशनी भी की जा सकती है.
कबाड़ से जुगाड़ कर मॉडलों को तैयार किया गया
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कौश्तुब सिंह ने बताया कि छात्र छात्राओं के अंदर छिपे हुनर को निखारने के लिए राष्ट्रीय आविष्कार अभियान चलाया जा रहा है. इसमें बच्चों द्वारा तैयार किये गए आधुनिक मॉडलों का प्रदर्शन किया जाता है. जिन छात्र छात्राओं के मॉडल अच्छे होते है, उनको पुरस्कार दिया जाता है. इन बच्चों द्वारा जो कबाड़ से जुगाड़ कर मॉडलों को तैयार किया गया. वह सच में बेहतरीन है. सरकारी स्कूल के ये बच्चे उनको लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो सरकारी स्कूलों में शिक्षा को अच्छा नहीं मानते है.
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