कन्नौज पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया चोर,अधिकारी सच और झूठ का खेल खेलते रहे
कन्नौज पुलिस की हिरासत से चोर फरार हो गया. अब इस घटना की लीपापोती में महकमा इस कदर लग गया कि न झूठ समझ में आ रहा था और न ही सच. पढ़िये कन्नौज पुलिस की नाकामी का ये किस्सा.
कन्नौज. अपराध और अपराधियों के खिलाफ मजबूत कार्रवाई करने का दावा करने वाली कन्नौज की हाईटेक पुलिस का जमीनी सच क्या है. आज हम आपको इस खबर के माध्यम से बताएंगे. इस खबर के जरिये हम यह बताएंगे कि कैसे चोरी के मामले में पकड़ा गया एक मामूली चोर सौरिख थाना पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच हिरासत से फरार हो जाता है और स्थानीय पुलिस अधिकारी अपनी किरकरी बचाने के लिए पूरी घटना को ही झूठी साबित करने में लग जाते हैं. जबकि जिले के पुलिस अधीक्षक खुद बता रहे हैं कि पुलिस हिरासत से चोर फरार हो गया था. अब पूरे मामले में एक पुलिस अधिकारी वाइस रिकॉर्डिंग में रिपोर्टर से घटना को झूठी बता रहे हैं, तो दूसरे पुलिस अधिकारी उसी मामले का सच कैमरे पर बता रहे है. पढ़िये, हमारी ये खास रिपोर्ट.
पूरा घटनाक्रम समझिये
मामला सौरिख थाने का है. यहां दो दिन पूर्व कैसर नाम का चोर एक ट्रैक्टर से बैटरी चोरी कर लेता है. चोरी की यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाती है. सीसीटीवी वीडियो के आधार पर ट्रैक्टर मालिक सूरज आरोपी चोर कैसर को पकड़ लेता है और पूछताछ करता है. पूछताछ के दौरान ट्रैक्टर मालिक सूरज आरोपी चोर कैसर का वीडियो भी बनाता है. वीडियो में आरोपी कैसर चोरी की घटना को कबूल करता है. ट्रैक्टर मालिक सूरज की माने तो उसने चोर को पकड़कर सौरिख थाने की पुलिस को सौंपा था, पुलिस ने बैटरी भी बरामद कर ली. लेकिन चोर पुलिस हिरासत से फरार हो गया.
सीओ ने कहा झूठ है..
सौरिख थाने से आरोपी फरार होने की सूचना पर सीओ छिबरामऊ शिवकुमार थापा थाने पहुंचे. सीओ साहेब से जब रिपोर्टर ने घटना का सच जानना चाहा तो सीओ साहेब ने घटना को झूठा बताते हुए रिपोर्टर से कह दिया जो छापना हो छाप दो.
एसपी ने कहा..चार फरार हो गया..
मामले पर जब जिले के पुलिस अधीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि बैटरी चोरी में चोर कैसर पकड़ा गया था, लेकिन किसी तरह से पुलिस हिरासत से फरार हो गया. अब पुलिस ने उसको पकड़ लिया है. आप खुद सुनिये एसपी साहेब पुलिस अभिरक्षा से चोर फरार होने की बात स्वीकार रहे हैं.
बड़ा सवाल ये उठता कि पुलिस कस्टडी से आरोपी के फरार होने के बाद भी लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई? क्या इलाके के सीओ जो शुरू से ही पुलिस महकमे को किरकिरी से बचाने के लिए पत्रकारों को ग़ुमराह कर रहे थे, या फिर उनकी शह पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले आईजी की पाठशाला में कन्नौज पुलिस फेल हो गयी थी, जिसके बाद आईजी मोहित अग्रवाल ने फटकार लगाई थी. लेकिन बावजूद कन्नौज की पुलिस में कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा.
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