Kannauj Railway Station Tragedy: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत योजना के तहत निर्माणाधीन भवन का लेंटर गिरने से 25 मजदूरों की मौत हो गई. इस घटना से हड़कंप मच गया था. इस हादसे से पूर्वौत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल वे सबक लिया है. जिसके बाद ये फैसला लिया गया है कि अमृत भारत योजना से चलरहे निर्माणों की जांच की जाएगी. इसके लिए तैयारी कर ली गई है. 


कन्नौज में लेंटर गिरने की घटना को लेकर बनी रेलवे की उच्चस्तरीय जांच कमेटी सोमवार को घटनास्थल पर पहुंची स्थिति का जायदा लिया. इस दौरान टीम ने हादसे की वजह से तलाशने की कोशिश की. जिस पर अधिकारियों ने कहा कि हादसों की विभिन्न एंगल से जांच की जा रही है. जिसमें कई तथ्यों को शीमिल किया जा रहा है. जिसके बाद रिपोर्ट को रेलवे के मंडल अधिकारियों के पास भेजा जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी. 


सभी निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन भवनों की होगी जांच
जांच कमेटी ने बताया कि इस हादसे के बाद इज्जतनगर रेल मंडल के बरेली सिटी, उझानी, हाथरस, बहेड़ी और किच्छा स्टेशनों पर भी निर्माण की गुणवत्ता की भी जांच की जाएगी ताकि कन्नौज की तरह किसी और हादसे से बचा जा सके. वहीं कन्नौज रेलवे स्टेशन हादसे को लेकर जांच में बड़ी बात सामने आई है. इसमें जुगाड़ वाली मिक्सर मशीन का इस्तेमाल किया गया था और शटरिंग भी बेहद कमजोर थी. 


आमतौर पर इस तरह के बड़े निर्माण के लिए मज़बूत लोहे की शटरिंग की जाती है और लोहे के फ्रेम व तख्तों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन निर्माण कंपनी ने लोहे की जगह लकड़ियों की बल्ली और फट्टे लगाए थे. जो वजह सह नहीं सके और हादसे का बड़ा कारण बने. सीनियर डीसीएम इज्जतनगर मंडल का कहना है कि इस हादसे की जांच की जा रही है. रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि समय-समय पर जांच होती रहती है लेकिन तकनीकि टीम से फिर गुणवत्ता दिखवाई जाएगी. बता दें कि शनिवार को दोपहर 2.20 बजे कन्नौज रेलवे स्टेशन पर निर्माणधीन लेंटर गिर गया था, जिसके मलबे में 25 मज़दूर दब गए थे. 


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