Kannauj में फोन नंबर बदलना पड़ा भारी, एक गलती से हुई साइबर ठगी, ऐसे लगी लाखों की चपत
Kannauj: जांच में पता चला कि पीड़ित अनिल कुमार फौज में नौकरी के समय जो नंबर इस्तेमाल करते थे, वो उनके खाते से लिंक था, रिटायर होने के बाद उन्होंने नंबर बदल दिया लेकिन, पुराने नंबर का लिंक नहीं हटवाया.
Kannauj News: यूपी के कन्नौज ने अपने खाते से मोबाइल फोन का लिंक नहीं हटवाना एक शख्स को भारी पड़ गया. उन्होंने अपने खाते से मोबाइल लिंक हटवाए बिना फोन नंबर बदल लिया, जिसके बाद उन्हें लाखों की चपत लग गई और उसके खाते से चार लाख रुपये उड़ा लिए गए. पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की पूरे मामले का खुलासा हुआ.
मामला कन्नौज जिले की सदर कोतवाली के चौधरी सराय इलाके का है. यहां रहने आर्मी से रिटायर्ड अनिल कुमार के बैंक खाते से पिछले दिनों किसी ने 4,13,000 रूपये निकाल लिए थे. अचानक खाते से पैसे गायब होने के बाद अनिल कुमार परेशान हो गए और उन्हें तत्काल इसकी सूचना पुलिस अधिकारियों को दी.
खाते से उड़ाए चार लाख रुपये
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारी ने साइबर क्राइम सेल को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए. पीड़ित अनिल कुमार ने कहा कि उसके खाते से अज्ञात व्यक्ति ने UPI (पेटीएम) के माध्यम से कुल 4,13,000 रूपये की ठगी की है. इस संबंध में साइबर क्राइम थाना जनपद कन्नौज में अज्ञात के विरुद्ध शिकायत दर्ज की गई.
साइबर क्राइम टीम ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो संबंधित बैंकों/इंटीमेडरी से पूछताछ की गई. जिसके बाद अभियुक्त के खाते एवं उसके द्वारा दूसरे खातों जिनमें वादी से साइबर फ्रॉड कर धनराशि भेजी गई थी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी एकत्रित की गई.पुलिस की टीम ने बैंकों एवं मोबाइल कंपनियों से मिली जानकारी गहन जांच की जिससे इस फ्रॉड में सम्मिलित खाताधारकों एवं अभियुक्त के बीच संबंधों के बारे में भी पता
साइबर टीम ने ऐसे किया खुलासा
जांच में पता चला कि वादी अनिल कुमार जो आर्मी से सेवानिवृत्त हैं. वो नौकरी के दौरान जिस मोबाइल नम्बर प्रयोग कर रहे थे, रिटायर होने के बाद उन्होंने उस नंबर को बंद कर दिया था. वो मोबाइल नम्बर वादी के खाते से भी लिंक था. नंबर बंद करते वक्त अनिल ने उसे नहीं हटवाया. बाद में वह मोबाइल नंबर अभियुक्त लालाराम को कंपनी के द्वारा आवंटित कर दिया गया. लालाराम ने इस मोबाइल नंबर से खाते से लिंक पेटीएम बनाया. इसके बाद अभियुक्त लालाराम ने UPI (से कुल 4,13,000 रुपये अपने मित्रों एवमं रिश्तेदारों के अलग-अलग खातों में गलत तरीके से ट्रांसफर कर दिए.
जांच में पता चला कि अभियुक्त ने जिन रिश्तेदारों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए वो सभी मध्य प्रदेश के हैं. मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी लालाराम को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरे साइबर फ्रॉड का खुलासा कर दिया है. साइबर क्राइम थाना प्रभारी व टीम द्वारा वादी/पीड़ित को 2,10,624 रुपये वापस कराए गए हैं. बाकी बचे पैसे भी वापस कराए जाने की विधिक कार्रवाई की जा रही है.
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