Kanpur News: हुक्का पीने पर हुई लड़ाई तो दोस्तों ने ले ली जान, 48 घंटे में छह आरोपी गिरफ्तार
कानपुर में केस्को के सीनियर क्लर्क के बेटे गोविंद की हत्या मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये सभी गोविंद के दोस्त बताए जा रहे हैं.
UP News: कानपुर (Kanpur) में हुक्का पीने के विवाद के चलते दोस्तों ने गोविंद वर्मा (Govind Verma) की जान ले ली. कानपुर पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को पकड़ा है. गोविंद केस्को में सीनियर क्लर्क रमेश चंद्र का बेटा था. पुलिस के अनुसार हुक्का पीने को लेकर कुछ महीने पहले गोविंद का उसके दोस्तों के साथ विवाद हो गया था. हत्या के पहले गोविंद हत्यारों से पैसा लेकर जान बख्शने की गुहार लगाता रहा. दोस्तों ने उससे एटीएम से पैसे भी निकलवा लिए और पैसा लेकर फिर हत्या कर दी.
पिता के खाते से निकले पैसे तो परिवार हुआ अलर्ट
पुलिस ने बताया कि 1 जुलाई को गोविंद 4 बजे के करीब घर से निकला था और उसने रात 10 बजे अपने परिवार से बात की. गोविंद ने उन्हें बताया कि वह 10 मिनट में घर आ जाएगा लेकिन जब वह घर नहीं आया तो फोन किया गया, लेकिन उसका फोन ऑफ आ रहा था. इसके बाद गोविंद के पिता रमेश चंद के मोबाइल पर तीन बार 20 हजार रुपये निकालने का मेसेज आया. उन्नाव के सिविल लाइन एटीएम से पैसे निकाले गए, पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में उस दिन का वीडियो मिला है जिसमें अज्ञात लोग उसे जबरन गाड़ी में बिठाकर ले जाते दिख रहे हैं. पुलिस ने अपहरण का मामला मानते हुए क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की टीम को इस बाबत लगाया गया. 3 जुलाई को कानपुर देहात को अकबरपुर में गोविंद वर्मा का शव बरामद हुआ.
पुलिस ने गोविंद के एक दोस्त रोहन और गोलू सहित अन्य आरोपियों से पूछताछ की. आरोपियों ने बताया कि कुछ दिन पहले उसके दोस्त आकाश उर्फ मोनू से गोविंद वर्मा की कहासुनी हुई थी. हुक्का पीने के दौरान यह विवाद हुआ था.
बर्थडे मनाने गए दोस्तों ने अगवा करके ली जान
1 जुलाई को रोहन, आदित्य, आकाश, सौरभ, प्रियांशु और सागर विष्णु के घर जन्मदिन मनाने पहुंचे. शाम 7 बजे के आसपास आदित्य, आकाश, प्रियांशु और सागर केक लेने जा रहे थे. इसी दौरान गोविंद वर्मा उन्हें रास्ते में दिखा. सागर के पास तमंचा था जिसे दिखाकर उन लोगों ने गोविंद को उसी की गाड़ी में बैठा लिया. कुछ देर बाद जब गोविंद के घर से फोन आए तो अभियुक्तों ने फोन रिसीव कर गोविंद की घरवालों से बात करवा दी। लेकिन जब गोविंद की बहन निशा ने थाने में रिपोर्ट की बात कही तो अभियुक्त गुस्सा हो गए. इसलिए उन्होंने गोविंद की हत्या कर दी. उन्होंने पहले गोविंद के एटीएम से पैसे निकलवाए और फिर गमछे से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव रायपुर रनिया में नाले में फेंक दी. वेगाड़ी को बेचने का सौदा कर रहे थे. इसी क्रम में पुलिस ने कड़ी जोड़ते हुए छह आरोपियों को अरेस्ट कर लिया.