Kanpur News: बिकरू कांड के मास्टरमाइंड जयकांत बाजपेई पर कसा शिकंजा, करीबियों की संपत्ति की जांच के आदेश
Bikru Kand News: बिकरू कांड के मास्टरमाइंड और विकास दुबे के करीबी जयकांत बाजपेई पर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है. उसकी ऐसी संपत्तियों की जांच हो रही है जो उसने करीबियों के नाम ली है.
BIg Action Against Vikas Dubey Closest Jai Bajpai: बिकरू कांड (Bikru Kand) के मास्टरमाइंड विकास दुबे (Vikas Dubey) के परिवार के नाम पर खड़ी की गई करोड़ों की संपत्तियों को जब्त करने के बाद अब जिला प्रशासन के निशाने पर उसका खजांची जयकांत बाजपेई (Jaikant Bajpai) आ गया है. कानपुर जिला प्रशासन जयकांत के करीबियों और रिश्तेदारों की सख्त निगरानी कर रहा है. प्रशासन अब जयकांत की उन संपत्तियों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है जो उसने खुद के बजाय अपने करीबियों और रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी है.
विकास दुबे के करीबी जयकांत पर शिकंजा
कानपुर जिलाधिकारी का कहना है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति की जांच होगी जो जय बाजपेई की अवैध संपत्ति का साझीदार होगा. इसके अलावा विकास दुबे के एक अन्य साथी गोविंद सैनी के भी करीबियों के नाम पर दर्ज संपत्तियों के स्रोत का भी पता लगाया जा रहा है. हाल में प्रशासन के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक कलेक्ट्रेट में हुई थी, जिसमें आरोपियों के नाम पर कम से कम संपत्तियां मिलने पर गहन मंथन किया गया था. क्योंकि विकास दुबे द्वारा उसकी पत्नी, बच्चों, बहनों, भांजे और बहनोई के नाम से चल अचल संपत्ति अर्जित करने की बात स्पष्ट हो चुकी है और 67 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का आदेश भी डीएम कोर्ट से मिल चुका है. ऐसे में अब उसके करीबी रहे जय कांत और गोविंद सैनी के रिश्तेदारों के नाम दर्ज संपत्तियों का भी पता लगाया जा रहा है.
प्रशासन ने दिए संपत्ति की जांच के आदेश
विकास दुबे के करीबियों पर प्रशासन की इस सख्ती को लेकर शिकायतकर्ता एडवोकेट सौरभ भदौरिया काफी खुश हैं. जिला प्रशासन की माने तो इन संपत्तियों को चिन्हित करने के बाद उन्हें खरीदने में हुई रकम के स्रोत का पता भी लगाया जाएगा. अगर ये रकम अवैध कारोबार से हासिल की गई होगी तो उन से खरीदी गई संपत्तियों को जब्त कर लिया जाएगा. फिलहाल विकास दुबे, जयकांत बाजपेई समेत कई अपराधियों की संपत्ति की जांच के आदेश हो चुके हैं. लेकिन शिकायत कर्ता का कहना है कि बहुत से लोगों को बचाने का काम पुलिस द्वारा किया जा रहा है. अभी तक गाड़ियों और संपत्ति को सीज नहीं किया गया है.
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