UP News: साल 2016 में नोटबंदी (Demonetisation) दौरान एटीएम की लाइन में जन्म लेने वाला बच्चा अब स्कूल जाने लगा है. अपने अनोखे नाम 'खजांची' के कारण चर्चा में आए कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के इस बच्चे की मदद के लिए यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) आगे आए हैं और वह अब उसकी पढ़ाई-लिखाई का पूरा खर्च उठाएंगे. 


अखिलेश यादव ने खुद दी इसकी जानकारी


समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'नोटबंदी की लाइन में जन्म लेने पर मजबूर ‘खजांची’ अब बड़ा हो गया है, उसकी ग़रीबी उसके विकास में बाधा न बने, इसीलिए हमने उसकी पढ़ाई पूरी कराने की ज़िम्मेदारी ली है. शिक्षा की शक्ति से व्यक्तित्व की दूसरी शक्तियां जन्म लेती हैं. शैक्षिक सशक्तीकरण से बड़ा कोई अन्य सशक्तीकरण नहीं होता.'


2016 से ही परिवार के संपर्क में हैं अखिलेश


दरअसल, एटीएम की लाइन में गर्भवती महिला के खड़े होने और फिर वहीं बच्चा जन्म देने के मामले पर अखिलेश ने केंद्र सरकार को घेरा था और कहा था कि नोटबंदी के फैसले के कारण आम लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. अखिलेश यादव उसी वक्त से इस बच्चे के परिवार के संपर्क में थे. यहां तक कि समाजवादी पार्टी खजांची का जन्मदिन भी मनाती आई है. पिछले साल एक वीडियो भी सामने आया था जहां शानदार ढंग से अखिलेश खजांची का बर्थडे सेलिब्रेट करते दिखे थे. बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद बच्चे की मां और पिता अखिलेश से मिलने सैफई पहुंचे थे. इस मुलाकात के दौरान ही बच्चे की पढ़ाई का खर्च उठाने का फैसला अखिलेश ने लिया. उसका एक बड़े स्कूल में एडमिशन कराया गया. बच्चे ने सोमवार से स्कूल जाना शुरू कर दिया है.


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