Kanpur Bikru Case: कानपुर के बिकरू कांड में पुलिस ने तीन अन्य लोगों पर रासुका की कार्रवाई की सिफारिश की है. कानपुर नगर के जिलाधिकारी आलोक तिवारी से पुलिस ने इसकी सिफारिश कर दी है. बिकरू कांड में विकास के साथी तीन लोग गुड्डन त्रिवेदी, जय बाजपेई और एक अन्य की फाइल जिलाधिकारी कानपुर नगर को पुलिस के द्वारा भेज दी गई है. 


विकास दुबे के खजांची समेत तीन पर रासुका की सिफारिश


पुलिस ने कुख्यात बदमाश विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई समेत बिकरू कांड के तीन और आरोपियों पर स्पष्ट रूप से रासुका लगाने की सिफारिश की है. अब जिलाधिकारी कानपुर द्वारा इनकी फाइलों पर मुहर लगते ही इन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगा दिया जाएगा. 2-3 जुलाई साल 2020 में चर्चित हुए बिकरू कांड में विकास दुबे समेत छह बदमाश मारे गए थे और 43 लोग जेल में हैं.


तीन आरोपियों पर पहले ही लगाई जा चुकी है रासुका 


जेल से बाहर आने के लिए जमानत अर्जी लगाते ही पुलिस संबंधित आरोपी पर रासुका की फाइल जिलाधिकारी को भेजती है. अब पुलिस ने जयकांत बाजपेई गुड्डन त्रिवेदी और एक अन्य आरोपी की फाइल भेजी है. बिकरू कांड में पहले ही तीन आरोपियों शिवम दुबे बबलू और रमेश चंद्र दुबे पर रासुका लगाई जा चुकी है, जबकि एक दर्जन आरोपियों पर पुलिस ने रासुका लगाने की तैयारी कर रखी है.



8 पुलिसवालों को मौत के घाट उतार दिया गया था


जुलाई 2020 में जब कानपुर पुलिस चौबेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बिकरू गांव में कुख्यात विकास दुबे के घर जमीन के एक मामले में दबिश देने पहुंची थी. तो विकास दुबे और उसके गुर्गों ने घेरकर पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था. इस हमले में तत्कालीन सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या कर दी गई थी. इसके बाद पूरे उत्तर प्रदेश में इस मामले को लेकर सरकार पर कई सवाल भी उठ खड़े हुए थे, जिसके बाद यूपी पुलिस ने विकास दुबे और उसके छह साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.


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