Bikru Kand: 'जल्द रिहा होगी खुशी दुबे, हर मुलाकात में पूछती थी रिहाई की तारीख', वकील शिवाकांत ने किया ये दावा
Kanpur News: अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को जनवरी की शुरुआत में जमानत मिल गई थी लेकिन कुछ तकनीकी अड़चनों के कारण रिहाई अटकी हुई थी जिसपर वकीलों ने साजिश के आरोप लगाए थे.
Bikru Kand News: बिकरू कांड मामले में आरोपी खुशी दुबे (Khushi Dubey) के वकील शिवाकांत दीक्षित (Shivkant Dixit) ने इस बात पर मुहर लगा दी है कि शनिवार को उसे जेल से रिहा कर दिया जाएगा. वकील शिवाकांत दीक्षित ने बताया कि खुशी दुबे को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से जमानत मिल गई है. हालांकि रिहाई की प्रक्रिया के लिए कानूनी दांवपेंच में रिहाई अटकी हुई थी. इसकी वजह दस्तावेजों में मौजूद गलतियां थीं जिसे कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया था.
शिवकांत दीक्षित ने बताया कि दस्तावेज में मौजूद त्रुटियों को ठीक कर लिया गया था और उसे कोर्ट के सामने भी पेश कर दिया गया है. अब कोर्ट से खुशी की रिहाई का परवाना जारी किया जाएगा और इसके साथ ही खुशी दुबे कानपुर देहात के जेल से रिहा हो जाएगी. वकील शिवाकांत ने बताया कि खुशी हर बार सिर्फ एक ही बात उनसे पूछती थी कि मैं कब बाहर आ सकूंगी और मैं अब रहूंगी. हर बार सांत्वना के साथ खुशी को इंतजार कराना पड़ता था और खुशी इसका इंतजार को 30 महीने तक करती रही लेकिन आज वह इंतजार खत्म हो रहा है और खुशी बाहर आ जाएगी.
4 जनवरी को ही मिल गई थी खुशी दुबे को जमानत
कानपुर के चर्चित बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे ने 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था. विकास दुबे के अलावा उसका भांजा अमर दुबे पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था. उसके बाद पुलिस का शिकंजा इस कांड के बाद कसता चला गया था. पुलिस ने अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को भी गिरफ्तार किया था. बता दें कि खुशी दुबे को 4 जनवरी को ही जमानत मिल गई थी लेकिन दस्तावेजों का सत्यापन न हो पाने के कारण रिहाई टल गई थी. इसके बाद खुशी के वकीलों ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग सच को छुपाने में लगे हुए हैं. जमानत लेने वालों के सत्यापन का काम आधे से एक घंटे में हो जाना चाहिए लेकिन कई दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस लापरवाही बरत रही है. खुशी के वकील का कहना था कि जानबूझकर मामले को टाला जा रहा है.
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