Kanpur News: कानपुर में पिछले साल जून महीने में हुई नई सड़क हिंसा मामले में आरोपी मुख्तार बाबा के दुस्साहस की एक तस्वीर सामने आई है. बेगमगंज इलाके में स्थित इस परिसर को कुछ दिनों पहले शत्रु संपत्ति मानते हुए सील किया गया था. लेकिन शत्रु संपत्ति के रूप में सील की गई बाबा स्वीट हाउस की दुकान के बाहर बिरयानी बेचने की तस्वीर सामने आई है. यह तस्वीर सामने आते ही हड़कंप मच गया और आनन-फानन में जिला प्रशासन और पुलिस पीएसी की मौजूदगी में इमारत के फुटपाथ पर बिक रही बिरयानी और लस्सी की दुकानों को हटाने और उन्हें बंद कराने पहुंच गए. 


नई सड़क हिंसा के आरोप में शत्रु संपत्ति घोषित होने और परिसर सील होने के बावजूद रामजानकी परिसर में फिर से बिरयानी और लस्सी की दुकान खोल ली गई और जिला प्रशासन और पुलिस इस मामले में सोती रही. यही नहीं मुख्तार बाबा खुद बैठकर बिरयानी भी बिकवाता रहा. कुछ दिन पहले कई थानों की फोर्स की मदद से बाबा स्वीट्स और पड़ोस की आधा दर्जन दुकानें सील की गई थी. कुछ दिन तक तो सब ठीक रहा लेकिन बाद में सीलिंग को दरकिनार कर परिसर में बिरयानी हाउस खुल गया. पड़ोसी किरायेदारों को भी लस्सी की दुकान खुलवा दी गई. 


छह दुकानों की कीमत ₹69 लाख निकाली गई है
इस बीच यह सूचना मीडिया के मार्फत जिले के अधिकारियों को मिली और हड़कंप मच गया. जिसके बाद आज एसीएम और एसीपी स्तर के अधिकारी पुलिस और पीएसी लेकर मौके पर पहुंचे और अवैध रूप से चल रहे प्रतिष्ठानों को बंद कराकर वहां से हटवाया. बाबा बिरियानी समेत छह दुकानों की कीमत ₹69 लाख निकाली गई है इसमें जमीन की कीमत शामिल नहीं है.


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आने वाली टीम डीएम को रिपोर्ट कर रही है कि राम जानकी मंदिर परिसर को अभिरक्षक कार्यालय के निर्देश पर प्रशासन ने सीज कर नियंत्रण में ले लिया था. यह संपत्ति अभिरक्षक के नाम पर दर्ज हो चुकी है. आज जिला प्रशासन ने पुलिस की मौजूदगी में अवैध कारोबार को बंद करवाया गया है.