UP Elections 2022: मंत्री ने विरोधियों पर किए तीखे हमले किए, समझाया प्रबुद्ध वर्ग का असली मतलब
UP Politics: मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) की मानें तो सपा (SP), बसपा (BSP) और कांग्रेस प्रबुद्ध वर्ग का असली मतलब नहीं समझते हैं. उन्होंने कहा कि वकील, डॉक्टर, सीए, शिक्षक प्रबुद्ध जन में आते हैं.
Kanpur BJP Prabudh Sammelan: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में आगामी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) को लेकर सियासी दलों में जोर आजमाइश का दौर शुरू हो चुका है. वोटरों को अपनी ओर लुभाने के लिए अभियान यात्राएं और सम्मेलनों का दौर चरम पर है. ऐसे में आज कानपुर (Kanpur) महानगर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) पहुंचे और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विधायक प्रतिभा शुक्ला (Pratibha Shukla) की तरफ से आयोजित वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में प्रबुद्ध जनों की भूमिका पर आयोजित संगोष्ठी में शिरकत की. मंत्री ने मंच से तमाम सियासी दलों को पर तीखे हमले किए. अजय मिश्रा ने संगोष्ठी में मौजूद प्रबुद्ध वर्ग के लोगों से भारतीय जनता पार्टी की योजनाएं बताते हुए पार्टी से जुड़ने की अपील भी की.
विरोधियों पर साधा निशाना
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी आज कानपुर पहुंचे. जहां पर उन्होंने वर्तमान राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में प्रबुद्ध वर्ग की भूमिका संगोष्ठी में हिस्सा लिया. अजय मिश्रा की मानें तो समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस प्रबुद्ध वर्ग का असली मतलब नहीं समझते हैं. सभी दल प्रबुद्ध वर्ग में कुछ लोगों की ही बात कर रहे हैं जबकि बीजेपी पिछले काफी समय से समाज के प्रबुद्ध वर्ग को अपने साथ लेकर चल रही है. प्रबुद्ध वर्ग को लेकर जनता में फैलाए जा रहे भ्रम को साफ करते हुए उन्होंने कहा कि समाज के वकील, डॉक्टर, सीए, शिक्षक प्रबुद्ध जन में आते हैं. बीएसपी प्रमुख मायावती पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मुखतर अंसारी का अब टिकट काटने से कुछ नहीं होने वाला क्योंकि उनके रहते ही मुख्तार और उसका परिवार बीएसपी के टिकट पर संसद और विधानसभा पहुंचा. अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इस बार किसी का कोई चमत्कार नहीं चलने नहीं वाला, योगी आदित्यनाथ ने सभी वर्गों के लिए बेहतरीन काम किया है.
बदला जाएगा शहरों और सड़कों का नाम
अजय मिश्रा ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक स्थिति में हमारी सोच कैसी हो इस पर चर्चा प्रबुद्ध संगोष्ठी में हो रही है और ये केवल ब्राह्मणों का सम्मेलन नहीं है. प्रबुद्ध वर्ग को राष्ट्र के सम्मान बढ़ाने के लिए काम करना होगा. केंद्र और राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण, रोजगार, सड़क, बिजली, ट्रेन, कानून व्यवस्था पर काम कर रही है, जिसे प्रबुद्ध वर्ग को समाज में लोगों को बताना चाहिए. पीएम मोदी अपने देश की संस्कृति को विश्व पटल पर रख रहे हैं. शहरों और सड़कों का नाम बदलने का काम हम करते रहेंगे क्योंकि जो चिन्ह हमारे अपमान से जुड़े हुए हैं, उन्हें हमें बदलना होगा.
ब्राह्मण वर्ग करेगा बीजेपी का समर्थन
वहीं, मंच पर मौजूद पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने कहा कि उन्होंने अखिलेश यादव और मायावती के साथ काम करके देखा है और अब भारतीय जनता पार्टी में हैं. तीनों ही दलों में बहुत अंतर है. भारतीय जनता पार्टी प्रबुद्ध जनों, खासतौर पर ब्राह्मणों के हितों को ध्यान रखते हुए काम करने वाली है. इसलिए, अब किसी के हित से समझौता नहीं होगा. उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का ब्राह्मण वर्ग पूरी तरह समर्थन करने जा रहा है.
प्रबुद्ध वर्ग के नाम पर चढ़ा है सियासी पारा
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने वर्तमान और इससे पहले की गई राजनीति पर चर्चा करते हुए प्रबुद्ध जनों से मांग की है कि समाज को प्रेरित करने वाला वर्ग केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने का काम करे. जिससे समाज को एक नई सोच के साथ आगे बढ़ाया जा सके. कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश की सियासत में प्रबुद्ध जनों के नाम पर खूब राजनीति हो रही है. देखना दिलचस्प होगा कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रबुद्ध वर्ग किस तरफ जाता है.
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