Kanpur Assault Case: उत्तर प्रदेश के कानपुर के रायपुरवा इलाके दवा व्यापारी को पीट-पीट कर अधमरा करने के मामले में आरोपी बीजेपी नेता अंकित शुक्ला की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. मामला मीडिया में आने के बाद और शहर के व्यापारी और सिख समुदाय के लोगों के एकजुट होने के बाद अब पुलिस ने भी मामले में तेजी शुरू कर दी है. पुलिस ने जहां गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगा दी हैं. वहीं पुलिस ने मुख्य आरोपी बीजेपी पार्षद के पति अंकित शुक्ला सहित अन्य आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है.
जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि मामले में लगातार कानपुर पुलिस विवेचना करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पूरा प्रयास कर रही है. वहीं बुधवार को भी बड़ी संख्या में व्यापारी संगठन के लोग डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार के कार्यालय पहुंचे, जहां आरोपियों पर सख्त कार्रवाई और जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर उन्हें ज्ञापन दिया. व्यापारी नेता कमल उत्तम ने कहा कि जिस तरह से दवा व्यापारी अमोल दीप सिंह आज मौत के मुंह में फसे हुए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी तक नहीं हुई है. उससे साफ प्रतीत होता है कि कहीं न कहीं सत्ता पक्ष का दबाव है.
वहीं डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने कहा कि मामले में विवेचना करते हुए 326,148,149 धाराएं बढ़ाई गई है. साथ ही हॉस्पिटल से रिपोर्ट संग्रहित करने के बाद ये धाराएं बढ़ाई गई हैं. एक टीम दिल्ली गई थी, जिसके बाद ये धाराएं बढ़ाई गई हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. दूसरी तरफ आरोपी बीजेपी नेता अंकित शुक्ला की पार्षद पत्नी सौम्या शुक्ला ने मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है, जिसमें पार्षद ने सभी आरोपों को झूठा बताया है. साथ ही कहा कि पूरी घटना को धार्मिक रूप देकर गलत तरह से प्रसारित किया जा रहा है. साथ ही उनके साथ हुई बदनीयती और बदसलूकी की गई और पीड़ित अमोल दीप को घटना के समय शराब के नशे में बताया है.
बता दें कि बीते शनिवार की रात रायपुरवा इलाके में कार ओवरटेक करने के चलते हुए विवाद के बाद दवा व्यापारी अमोल दीप सिंह को बीजेपी पार्षद पति अंकित शुक्ला ने अपने साथियों के साथ इतना पीटा था कि अमोल बेदम हो गए थे और कानपुर में इलाज के बाद जब उनकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ था तो उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में एडमिट करने के लिए परिवार वाले आनन फानन में ले गए थे, अमोल दीप का दिल्ली में अभी भी इलाज चल रहा है.
इस बीच 23 सितंबर को दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह के साथ पार्षद पति अंकित शुक्ला और उनके साथियों की ओर से किए गए जानलेवा हमले को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन और आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई है. बुधवार को इसी कड़ी में न्याय संघर्ष समिति की ओर से 14 सदस्य टीम ने गुमटी गुरुद्वारे में प्रेस वार्ता का आयोजन किया. न्याय संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि अगर आज से 2 दिन के अंदर पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती तो 29 सितंबर को सुबह से गुमटी गुरुद्वारा पर बड़े धरने का कार्यक्रम किया जाएगा.
न्याय संघर्ष समिति ने कहा कि यदि उसके बाद ही प्रशासन नहीं जागा तो उनकी ओर से शहर के अलग-अलग गुरुद्वारों में धरना प्रदर्शन किए जाएंगे. साथ ही मुख्यमंत्री योगी के आवास का घेराव भी किया जाएगा. समिति सदस्यों ने योगी सरकार की बुलडोजर नीति पर विश्वास जताते हुए यह भी कहा की उम्मीद है कि इस मामले में भी सरकार की ओर से जल्द न्याय मिलेगा. प्रेस वार्ता के कार्यक्रम में अमोलदीप सिंह भाटिया की मां भूपेंदर कौर और उनकी बहन भी मौजूद रहे. मां भूपेंदर कौर ने कहा कि जो उनके साथ दिक्कत आई है वो बहुत बड़ी है पर जो उनके साथ सिख परिवार और दवा व्यापारी उनके बेटे के लिए साथ आए हैं, उनके लिए ये बड़ी बात है, उन्होंने कहा की उन्हें किसी तरह का कोई मुद्दा नही बनाना है पर उन्हें सिर्फ न्याय चाहिए.
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