Kanpur Dehat Crime News: कहते हैं कि संसार में गुरु का दर्जा सबसे बड़ा होता है, गुरु से बढ़कर कोई नहीं है, लेकिन मंगलवार को कानपुर देहात में गुरु के साथ जो घटना हुई उसने इस पर सवालिया निशान लगा दिये हैं. सरकार स्कूल चलो अभियान चला रही है जिससे कि अधिक संख्या में बच्चे स्कूल आएं और शिक्षा ग्रहण कर आगे चलकर नाम कमाएं, लेकिन कानपुर देहात में स्कूल चलो अभियान को लेकर शिक्षा की अलख जगाने वाले एक शिक्षक को ऐसा करना महंगा पड़ गया.


बच्चों को घर-घर जाकर स्कूल आने के लिये कहने वाले शिक्षक को इसकी कीमत जेल जाकर चुकानी पड़ी. स्कूल के लिये घर जाकर बुलाने वाले शिक्षक के खिलाफ स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 7 की छात्रा के परिजनों ने छेड़खानी और पॉक्सो एक्ट का मुकदमा लिखाकर शिक्षक को जेल भिजवा दिया.


छात्रा को डांटा तो परिजनों ने दर्ज कराया छेड़खानी का मामला


दरअसल मूसानगर थाना क्षेत्र के एक गांव में पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर तैनात शिक्षक राजेन्द्र गुप्ता स्कूल चलो अभियान के तहत अपने स्कूल में बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिये घर-घर जाकर अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने का निवेदन कर रहे थे. उसी गांव की एक बच्ची जो कई दिनों से स्कूल नहीं आ रही थी वह उसके भी घर पहुंचे और उससे प्रतिदिन स्कूल आने के लिए कहा.


जब सभी बच्चे स्कूल पहुंचे तो शिक्षक ने उसी छात्रा को डांटते हुए रोज स्कूल आने को कहा. शिक्षक की डांट से नाराज हुई छात्रा ने घर पहुंचकर परिजनों को सारी बात बताई जिसके बाद परिजनों ने 112 डायल करते हुए शिक्षक पर छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराई. मौके पर पहुंची पुलिस शिक्षक को पकड़कर थाने ले गयी. छात्रा के परिजनों ने मूसानगर थाने पहुंचकर शिक्षक के खिलाफ छेड़खानी और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया. 


शिक्षक को गिरफ्तार करने की सूचना पर स्कूल के हेडमास्टर गांव के प्रधान और स्कूल के अन्य बच्चों के साथ थाने पहुंचे. उन्होंने पुलिस को बताया कि जब अध्यापक ने छात्रा को डांटा तो वहां पूरा स्टाफ व बच्चे मौजूद थे. शिक्षक राजेंद्र गुप्ता ने छात्रा के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की और उनके खिलाफ फर्जी आरोप लगाए गए हैं, लेकिन पुलिस ने किसी की एक न सुनी और शिक्षक को जेल भेज दिया.


वहीं शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अशोक सिंह राजावत ने बताया कि बिना जांच कराए शिक्षक के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखाकर जेल भेज दिया है इसका शिक्षक संघ विरोध करता है. शिक्षकों ने अधिकारियों से कहा कि निर्दोष शिक्षक को न्याय दिलाया जाए. शिक्षक को जब तक न्याय नहीं मिलता शिक्षक संघ इसका विरोध करता रहेगा.


एसपी बोले कल सौंपेंगे फाइनल जांच रिपोर्ट


वहीं, एसपी स्वप्निल ममगई ने इस घटना की बताया कि अभी एक शिक्षकों का प्रतिनिधिनंडल जिलाधिकारी से मिला उन्होंने मुझसे भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पुलिस को प्रथम दृष्टया जो साक्ष्य मिले हैं, उसी के आधार पर शिक्षक की गिरफ्तारी की गई है. अभी कुछ नए साक्ष्य सामने आए हैं और छात्रा का मेडिकल कराया जा रहा है. नए साक्ष्यों के क्रम में हम कल तक जांच रिपोर्ट देंगे. अगर शिक्षक दोषी हैं तो वह पहले ही जेल में हैं और निर्दोष पाए जाते हैं तो विधिक कार्रवाई की जाएगी.


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