Kanpur Dehat News: कानपुर देहात के लालपुर सरैया गांव के रहने वाले बलवंत सिंह की पुलिस हिरासत में पिटाई के बाद मौत हुई थी, रनिया थाने में हुए बहुचर्चित बलवंत हत्या कांड ने पूरे यूपी में सियासी पारा चढ़ा कर रख दिया था पुलिस हिरासत में युवक की युवक की पिटाई से मौत के बाद कानपुर देहात में पुलिस की बर्बरता की कहानी हर जुबान पर सुनाई दे रही थी और जिसके चलते यूपी से लेकर देश की सियासत गरमा गई थी.
12 दिसंबर 2022 की रात थाने में पुलिस ने बर्बरता की एसी इबारत लिखी जिसे पढ़ने और देखने वालों के होश फाख्ता हो गए. पूछताछ के लिए थाने पकड़ कर लाए गए मृतक बलवंत सिंह को थाने में बेरहमी से पीटा गया जिससे उसकी मौत हो गई थी, जिसमें कानपुर देहात के 9 पुलिस कर्मियों को आरोपी मानकर जेल भेजा गया था.
सरकार में हुई एक क्षत्रिय युवक की हत्या ने विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका दिया था, लेकिन न्यायालय में चल रहे बलवंत हत्या कांड का केस का फैसला अभी अधर में है लेकिन सरकार ने मृतक बलवंत की पत्नी शालिनी को कानपुर केडीए में स्थाई रूप से लिपिक के पद पर तैनात किया गया है.
क्या बोली मृतक की पत्नी
वहीं मृतक बलवंत की पत्नी शालिनी ने नौकरी पाकर अकबरपुर लोकसभा से बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पीड़ित परिवार ने सरकारी नौकरी मिलने और बलवंत हत्या कांड में मदद करने को लेकर आभार जताते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की,और कहा की सरकार और बीजेपी सांसद ने जो उनके परिवार के लिय किया है वो हमेशा उनके ऋणी रहेंगे.
शक के आधार पर पुलिस ने किया गिरफ्तार
शिवाली कोतवाली क्षेत्र के सरैया गांव निवासी बलवंत सिंह को कानपुर देहात पुलिस ने 12 दिसंबर 2022 की दोपहर चाचा चंद्रभान से लूट के संदेह में अरेस्ट किया था और पूछताछ के लिए थाने लाई थी. पुलिस कस्टडी में बलवंत की मौत हो गई थी जिस पर परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि पुलिसकर्मियों की बर्बर पिटाई से उसकी मौत हुई है. जिसमे कानपुर देहात के 9 पुलिस कर्मियों को आरोपी मानकर जेल भेजा गया था. हालांकि इस मामले में राजनीति भी जमकर हुई थी.