UP News: कानपुर देहात प्रशासन के ऊपर गंभीर आरोप लग रहे हैं. अवैध कब्जा मुक्त कराने गए प्रशासन पर आरोप है कि उसने अवैध भूमि पर कब्जा कर रखें एक परिवार की झोपड़ी में आग लगा दी. उस झोपड़ी में मौजूद मां और बेटी जिंदा जलकर गई. जिसके बाद उनकी मौत हो गई है. ये घटना कानपुर देहात स्थित मड़ौली गांव में घटना हुई है. इस घटना के बाद रूरा थाने में 11 नामजद लोगों के खिलाफ हुए एफआईआर में हत्या और हत्या के प्रयास करने का मामला दर्ज हुआ है. 


कानपुर देहात में हुई घटना पर लेखपाल अशोक सिंह के बाद एसडीएम के निलंबन को पत्र लिखा गया है. ऐसे में एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद के निलंबित होने की संभावना है. वहीं नाराज परिजनों ने खबर लिखे जाने तक मां और बेटी का शव नहीं उठाने दिया है.  वहीं कानपुर रेंज के आईजी प्रशांत कुमार ने बताया है कि हम इसकी जांच कर रहे हैं. एफआईआर दर्ज हो गई है और उसके अनुसार विवेचना हो रही है. इसमें कुछ गांव के कुछ लोग और कुछ प्रशासनीक अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज है.


पीड़ित परिवार का आरोप
वहीं पीड़ित पर परिवार का आरोप है कि झोपड़ियों को हटाने आए प्रशासन ने झोपड़ी में आग लगा दी. उस वक्त पुलिस वहीं पर खड़ी थी. लेकिन उन्होंने हमें घर से बाहर नहीं निकलने दिया था. जबकि पीड़ित परिवार ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात के अलावा दोषियों पर सख्त एक्शन की मांग हुई है. 


जबकि पीड़ित परिवार ने मुआवजे में पांच करोड़ रूपए की मांग की है. वहीं देर रात योगी सरकार में मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. ये घटना सोमवार दोपहर करीब 3.30 बजे की बताई जा रही है. परिजनों का कहना है कि लेखपाल और एसडीएम के साथ आई टीम ने इस घटना को अंजाम दिया है.