UP News: कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र में एक साथ पांच मोरों का शव मिलने से हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकजुट हो गए. राष्ट्रीय पक्षी की मौत से ग्रामीणों के साथ पुलिस भी हैरान है. अकारू गांव में एक साथ मोरों के पांच शव बरामद हुए. पुलिस ने वन विभाग की टीम को मामले की सूचना दी. मोरों का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने मोरों की मौत के राज से पर्दा हटा दिया. मौत का कारण करंट लगना बताया गया है. क्षेत्राधिकारी शिव ठाकुर ने बताया कि राष्ट्रीय पक्षी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. उन्होंने बताया कि शिकारियों का पता लगाएगी. बता दें कि बेचने के लिए शिकारी मोर का शिकार करते हैं. मोर के मांस की काफी डिमांड है.
पांच मोर के शव मिलने से मचा हड़कंप
शिकारी मोर का मांस बेचकर मोटी कमाई करते हैं. मोरों के शवों का पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सक डॉक्टर रविंद्र कुमार ने करंट लगने से मौत की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि मोरों की मौत करंट की चपेट में आने से हुई है. कल राष्ट्रीय पक्षी को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. पुलिस को शिकारी गैंग का पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
पोस्टमार्टम में करंट से मौत की हुई पुष्टि
बता दें कि मोर का शिकार करना और मांस खाना गैरकानूनी है. इंडियन वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत मोर को मारने पर 7 साल की सजा का प्रावधान है. मरने के बाद मोर को दफनाया नहीं जाता है. अंतिम विदाई से पहले प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है. तिरंगे में शव को लपेटकर वन विभाग की तरफ से अंतिम संस्कार किया जाता है.