Kanpur Dehat News: जिंदगी में कुछ बनने और बनकर अपने भविष्य को संवारने का सपना देखने वाले तीन दोस्तों की दोस्ती को मौत ने तोड़ दिया. कानपुर देहात में इंटर की परीक्षा देकर एक ही बाईक पर लौट रहे 3 छात्र हादसे का शिकार हो गए और इस हादसे में 2 छात्रों की मोत हो गई जबकि एक छात्र अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. छात्रों की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है.


जानकारी के मुताबिक, कानपुर देहात के डेरापुर स्थित झलकारी बाई इंटर कॉलेज में हो रही इंटर की बोर्ड परीक्षा में सेंटर जाने के दौरान डेरापुर के श्री कृष्ण आदर्श इंटर कॉलेज के छात्रों का सेंटर गया हुआ था, जहां फिजिक्स का पेपर था. श्री कृष्ण आदर्श कॉलेज के तीन छात्र एक बाईक पर अनिरुद्ध, प्रवीण और दीपक तीनों सवार थे, कम उम्र और मौज मस्ती मे बाइक से आ रहे थे. तीनों छात्रों की बाइक सामने से आ रहे एक वाहन से बचने के चलते पेड़ से टकरा गई. जिससे एक बड़ा हादसा हो गया और इस हादसे में मौके पर ही प्रवीण नाम के छात्र की मौत हो गई थी और अनिरुद्ध को एमबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया जहां उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया, वहीं तीसरे छात्र दीपक की भी हालत नाजुक बनी हुईं है और उसे उपचार केलिए कानपुर ले जाया गया .


मौत ने तोड़ी पक्की दोस्ती
दरअसल अनिरुद्ध, प्रवीण और दीपक एक साथ एक ही गांव के रहने वाले थे और एक ही स्कूल में पढ़ाई भी कर रहे थे. खेलना कूदना और दिन का ज्यादातर से एक साथ गुजरना इनकी दिनचर्या थी. इन सभी की उम्र 18 साल से ज्यादा किसी की भी नही थी. ये तीनों इंटर की पढ़ाई एक साथ कर रहे थे. यहां तक की तीनों के स्कूल भी एक ही था. तीनों दोस्त कहते अक्सर स्कूल में कहते थे कि हमारी दोस्ती कभी नही टूटने वाली है लेकिन इस हादसे ने इसकी दोस्ती पर ग्रहण लगा दिया और दो बच्चे हमेशा के लिए खामोश हो गए.


क्या बोले स्कूल के प्रिंसिपल 
वहीं जिस स्कूल में ये बच्चे पढ़ते थे वहां के प्रिंसिपल उर्वेश यादव का कहना है कि ये बच्चे सीधे थे और बहुत ही आज्ञाकारी थे, बस तीनों एक साथ रहते थे. क्योंकि एक ही गांव में रहनेवाले दीपक, अनिरुद्ध, और प्रवीण की दोस्ती भी पक्की थी, लेकिन बच्चों की मौत से दिल भर आया है और इस हादसे से पूरा स्कूल गमगीन होगया है.


वहीं इस हादसे को लेकर जिला अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर पवन पर्या ने बताया की एक छात्र अनिरुद्ध यहां लाया गया है जिसकी रास्ते में ही मौत हो गई थी और दूसरा छात्र डेरापुर सीएचसी में ही मृत घोषित कर दिया गया था क्योंकि उनकी मौत मौके पर ही बताई गई थी जिसे डॉक्टर ने मृत बताया है और तीसरे बच्चे को परिजन यहां नहीं लाए है उसे गंभीर हालत में निजी अस्पताल ले गए हैं.


ये भी पढ़ें: Mohan Yadav Ayodhya Visit: अयोध्या में MP के सीएम मोहन यादव की योगी सरकार से बड़ी डिमांड, जनता को होगा ये फायदा