Kanpur Dehat News: नहाते वक्त यमुना के तेज बहाव में बहे मामा-भांजे, कड़ी मशक्कत के बाद भी प्रशासन के हाथ खाली
दोनों लड़कों का ना तो शव बरामद हुआ और ना ही उन्हें जीवित बाहर निकाला जा सका. फिलहाल पुलिस और प्रशासन मौके पर मौजूद है और राहत कार्य लगातार जारी है.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में उस समय कोहराम मच गया जब मुक्ता देवी मंदिर में दर्शन के दौरान यमुना नदी (Yamuna river) में नहाते वक्त मामा भांजे का पैर फिसल गया और दोनों ही एक दूसरे को बचाने की कोशिश में यमुना नदी के बहाव में बह गए. घाट पर मौजूद लोगों में चीख पुकार मच गई. आनन फानन में हजारों लोगों का जमावड़ा लग गया और मौके पर भारी पुलिस बल बचाव कार्य में जुट गई.
तेज बहाव में दोनों समा गए पानी में
कानपुर देहात के गजनेर थाना क्षेत्र के रहने वाले विक्रम और विजय सरल मूसानगर के मुक्ता देवी मंदिर दर्शन करने गए थे. मामा भांजे को यमुना में नहाने का मन हुआ और दोनों ही कपड़े उतारकर नहाने के लिए नदी में उतर गए. किनारे नहा रहे विजय का पैर अचानक गहराई में चला गया जिससे विजय चिल्लाने लगा और उसको बचाने के लिए विक्रम ने अपना हाथ आगे बढाया लेकिन दोनों ही अपना संतुलन खो बैठे जिसके चलते यमुना के तेज बहाव में दोनों छात्र पानी में समा गए.
गोताखोर भी बुलाए गए
घटना की जानकारी पर यमुना नदी के घाट पर हजारों लोगों का तांता लग गया और हर वो शख्स जिसे तैरने आता था वह यमुना नदी में इन दोनों मामा भांजे को बचाने के लिए कूद गया लेकिन दोनों ही लड़के यमुना नदी की गहराई में समा गए थे. तकरीबन कई घंटों की मशक्कत के बाद भी दोनों का पता नहीं चला. आनन-फानन में क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने राहत कार्य करते हुए यमुना नदी में गोताखोरों को बुलाकर दोनों ही मामा भांजे को ढूंढने का काम शुरू कर दिया.
अभी तक दोनों का नहीं चला पता
7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी अभी तक दोनों ही लड़कों का ना तो शव बरामद हुआ और ना ही उन्हें जीवित बाहर निकाला जा सका. फिलहाल पुलिस और प्रशासन मौके पर मौजूद है और राहत कार्य लगातार जारी है. यमुना नदी में डूबे दोनों मामा भांजे को अभी तक सकुशल नदी से बाहर नहीं निकाला जा सका है. लगभग 7 से 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी प्रशासन और परिवारजनों के हाथ कुछ भी नहीं लगा है.
परिवार ने प्रशासन पर लगाया आरोप
वहीं परिवार जनों का आरोप है कि प्रशासन नदी में डूबने वाले दोनों बच्चों का पता लगाने में नाकाम साबित हो रहा है. प्रशासन की ओर से कोई भी सरकारी गोताखोर मौके पर नहीं पहुंचाया गया है बल्कि घटना को हुए 7 से 8 घंटे हो गए हैं. यह घटना सुबह लगभग 10:30 बजे की है. वहीं पीड़ित परिवार का आरोप है कि लोकल और स्थानीय निवासियों द्वारा दोनों बच्चों का नदी में पता लगाया जा रहा है लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई भी सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई है.
एएसपी ने क्या कहा
वहीं अपर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात घनश्याम चौरसिया ने बताया कि, यमुना नदी में डूबने वाले दोनों मामा-भांजे को अभी भी बरामद नहीं किया जा सका है और कड़ी मशक्कत और गोताखोरों की सहायता से प्रयास लगातार जारी है. 37वीं वाहिनी बटालियन को नदी में डूबे दोनों छात्रों को निकालने के लिए संपर्क साधा गया है और अब उन्हें बुलाकर गोताखोरों की मदद से एक बार फिर से प्रयास किया जाएगा.