Kanpur News: दिल्ली में हुए कोचिंग कांड के बाद पूरे देश में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों की जांच होने लगी. कानपुर में भी नई इमारतों में बेसमेंट की खुदाई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. यहां तक की जिनके पास बेसमेंट बनवाने का नक्शा तक पास है वो भी अब बेसमेंट नही बना सकेंगे. इसके अलावा खतरे वाले बेसमेंट और उनकी इमारतों को भी सील किया जाएगा.
कानपुर विकास प्राधिकरण ने दिल्ली कोचिंग कांड के बाद शहर में 17 इमारतों पर कार्रवाई की है. जिसमे से 13 वे इमारते शामिल हैं जिनमे बेसमेंट मौजूद था और कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे थे. जिन पर कार्रवाई हुई है उनमें से कईयों के पास नक्शे भी नहीं थे. वहीं विशेष सचिव अरुण प्रकाश ने पत्र जारी कर हिदायत और कार्यवाही दोनों के लिए निर्देश दिए हैं. ये भी निर्देश दिए गए हैं कि मानसून के समय में किसी भी बेसमेंट खुदाई का काम न हो जिससे मजदूरों की भी जान का खतरा बना रहता है.
कानपुर विकास प्राधिकरण की तरफ से बताया गया कि यदि खुदाई कराना आवश्यक है तो सभी मानकों को ध्यान में रखकर किया जाए. अधिकारियों की टीम शहर में इन जगहों पर मुआयना कर रही है जहां ऐसी इमरते बनी है जिनमे कॉमर्शियल यूज के लिए इस्तेमाल किया जाता है कोचिंग हब, हॉस्पिटल, अंडर ग्राउंड पार्किंग या आई रेस्टो जो बेसमेंट या पार्किंग की जगह पर चल रहे हैं. बहुत से अस्पतालों कोचिंग के बेसमेंट में कैंटीन चल रहे है, जहां खाने पीने के समान बेचे जा रहे हैं. इनपर सबसे पहले नजर बनी हुई है.
क्या बोलें अधिकारी
पूरे शहर में इन इमारतों की जांच की जा रही है जिसमे अवैध तरीके से बेसमेंट संचालित है. कानपुर विकास प्राधिकरण के वीसी मदन सिंह ने बताया कि खासकर वो इमारत चिन्हित हो रही है जिनके नक्शे पास नही है और किसी प्रकार से साठगाठ कर उन्होंने इमारतें बना ली है. इसके लिए टीम बना दी गई हैं जो लगातार कार्रवाई कर रही हैं. जिन्हे जरूरी समझा जायेगा उन इमारतों के बेसमेंट सील कर दिए जायेंगे.
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