Kanpur News: कानपुर शहर के बजरिया, बेगमपुरवा और जाजमऊ सहित विभिन्न इलाकों में ईद (Eid 2023) के मौके पर बिना अनुमति के ईदगाह (Eidgah) के बाहर सड़क पर नमाज अदा करने के आरोप में लगभग 2,000 लोगों के खिलाफ तीन अलग अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक इन मामलों में अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
ईद के दिन इन जगहों पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे और नमाज पढ़ी थी. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर नमाज पढ़ते हुए दिखाई दिए थे, जिसके बाद किसी ने सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. जिसके बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 'नमाज अदा करने वाले लोगों की पहचान वीडियो के आधार पर की जाएगी, जिसके बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने जताई नाराजगी
पुलिस ने जहां इस मामले में दो हजार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है तो वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पुलिस कार्रवाई से खफा हैं. बोर्ड के सदस्य मोहम्मद सुलेमान ने पत्रकारों से कहा कि पुलिस द्वारा एक विशेष समुदाय के लोगों को 'प्रताड़ित' किया जा रहा है और पुलिस कार्रवाई से लगता है कि राष्ट्र केवल एक धर्म का है.
उन्होंने कहा कि कुछ लोग ईद की नमाज के लिए देर से आए और ईदगाह परिसर के अंदर जगह नहीं मिलने पर उन्होंने सड़क पर नमाज अदा की. वरिष्ठ उपनिरीक्षक (एसएसआई) ओमवीर सिंह की शिकायत पर ईदगाह प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित 1000-1500 अज्ञात लोगों के खिलाफ बजरिया थाने में पहली प्राथमिकी दर्ज की गयी. एसएसआई ने अपनी प्राथमिकी में कहा कि जैसे ही ईद पर 'नमाज' शुरू हुई, बड़ी संख्या में लोगों ने ईदगाह के बाहर सड़कों पर नमाज अदा करना शुरू कर दिया, जो धारा 144 का उल्लंघन है.
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