कानपुर बिजली विभाग का कारनामा, गरीब परिवार को 5 महीने का थमाया 23.92 लाख का बिल
Kanpur Electricity Bill: कानपुर के बिजली विभाग का अनोखा कारनामा सामने आया है, जहां विभाग ने एक गरीब परिवार को पांच महीने का 23 लाख रुपये का बिल थमाया है.
Kanpur Electricity Bill: उत्तर प्रदेश के कानपुर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक बिजली विभाग ने उपभोक्ता को पांच महीने का 23 लाख रुपये का बिजली का बिल थमा दिया है. जबकि ये उपभोक्ता एक कच्चे मकान में गुजर बसर कर रहा है. घर में सही से सारे इलेक्ट्रोनिक संसाधन तक मौजूद नही है. इस घर में कहने के लिए सिर्फ एक कूलर, फ्रीज, सीलिंग फैन के अलावा एक वाशिंग मशीन है. मकान की छत पर भी टीन की शेड पड़ी हुई है. कानपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लिमिटेड (केस्को) की इस कारगुजारी की अब चारों तरफ चर्चा हो ही है.
दरअसल कानपुर के रहने वाले चंद्रशेखर को बिजली विभाग ने 23 लाख रुपये का बिजली का बिल भेज हैं. जबकि उसकी गरीबी की हालत ये हैं कि घर पर पक्की छत तक नहीं है. वो टीन की शेड में रहता है. उसका घर कच्ची बस्ती में बना है. हालात देखकर दी अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो किस तरह अपनी गुजर-बसर कर रहे होंगे.
बिजली विभाग ने थमाया 23 लाख का बिल
कानपुर के फूलबाग के संजय नगर में रहने वाले चंद्रशेखर अपने दामाद और बेटी के साथ रहते हैं और प्राईवेट कंपनी में नौकरी करते हैं जहां उन्हें 9 हजार रुपये का वेतन मिलता है. ये इलाका कच्ची बस्ती के नाम से भी जाना जाता है. चंद्रशेखर के दामाद अनिल ने बताया की पिछले पांच महीनों से उनके बिजली के मीटर से किस्को कर्मी रीडिंग तक लेकर नहीं गए हैं. जब उन्होंने शिकायत की तो अधिकारियों ने उन्हें टहला दिया. कई महीनों तक बिल नहीं मिला तो वो बिल निकलवाने गए तो फूलबाग के सबस्टेशन पर उन्हें 23 लाख 92 हजार का बिल थमा दिया गया.
उन्होंने जब अधिकारी से सवाल किया तो उसने जवाब दिया कि यही तुम्हारा बिल है. अब चंद्रशेखर और उसका परिवार इस बिल को ठीक कराने कि ले अधिकारियों के चक्कर काटने के मजबूर हो लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही. पीड़ित परिवार ने कहा कि वो अपना सबकुछ बेचकर भी इस बिल का भुगतान नहीं कर सकता है. अनिल का कहना है कि उनका बिल पहले कभी 2 हजार रुपये से ज़्यादा नहीं आया है.
इस मामले पर केस्को के मीडिया प्रभारी श्रीकांत रंगीला ने सफाई देते हुए कहा कि ये मामला अधिकारियों की जानकारी में है. इस तरह की घटनाएं तकनीकी खराबी के चलते होती है. केस्को के सर्वर में कुछ बदलाव किए गए हैं जिले चलते कुछ मीटर में तकनीकी कमी के चलते मशीन सही डाटा नहीं ले पा रही है. उन्होंने जल्द ही इस समस्या का समाधान करने की दावा किया है.
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