कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे का देर शाम भैरव घाटी स्थित विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार कर दिया गया. पोस्टमार्टम करने वाले एक डॉक्टर ने बताया दुबे के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम में जो भी सामने आया है, इस बारे में पुलिस को बता दिया गया है और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी जल्द सौंप दी जाएगी.
विकास दुबे के शव का पोस्टमार्टम पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया. इस बीच, पुलिस ने दुबे के रिश्तेदार दिनेश तिवारी को उसका शव लेने और उसका अंतिम संस्कार करने के लिए मनाया. बाद में सबको कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार के लिए भैरव घाट ले जाया गया, जहां विद्युत शवदाह गृह में उसकी अंत्येष्टि की गई. इस दौरान घाट के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया. विकास की पत्नी रिचा दुबे ने कहा कि जिसने गलती कि उसे सजा मिली. विकास दुबे की मां ने पोस्टमार्टम केंद्र पर आने से इंन्कार कर दिया था लेकिन वह भी अंतिम संस्कार के वक्त मौजूद रहीं. विकास के पिता ने कहा है जो हुआ ठीक हुआ.
इससे पहले शुक्रवार सुबह यूपी एसटीएफ की टीम विकास को उज्जैन से कानपुर ला रही थी, लेकिन शहर से सचेंडी थाना क्षेत्र में सुबह काफिले की एक गाड़ी पलट गई. एसटीएफ के मुताबिक इस दौरान विकास पिस्टल छीनकर भाग निकला. जब उसे पकड़ने की कोशिश की गई तो उसने फायर कर दिया. जवाबी कार्रवाई में वह जख्मी हो गया. तीन गोलियां उसकी छाती में और एक बांह में लगी. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान एसटीएफ के चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. इस एनकाउंटर पर सवाल उठाए जा रहे हैं. पुलिस का कहना है कि उसे आत्मसमर्पण को कहा गया था लेकिन उसने पुलिस पर गोलियां चलाई थीं.
विकास को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया विकास को गुरुवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. विकास को मुखाग्नि उसके बहनोई ने दी जो चौबेपुर के शिवली गांव का बताया जा रहा है. बेटे ने मुखाग्नि क्यों नहीं दी, पुलिस ने भी इस बारे में कुछ नहीं कहा.
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