एशिया में फेमस चाचा नेहरू अस्पताल फिर होगा फंक्शनल, सीएम योगी के निर्देश पर तैयार हो रही है कार्य योजना
सीएम योगी के निर्देश के बाद एशिया में मशहूर चाचा नेहरू अस्पताल में कोरोना वायरस की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारियां जोरों पर हैं. अस्पताल को 50 बेड के साथ जल्द ही शुरू किया जाएगा. 20 बेड आईसीयू और 30 बेड ऑक्सीजन युक्त होंगे.
कानपुर: कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को वक्त पर उपचार नहीं मिल पाया जिससे उनकी जान तक चली गई. कानपुर शहर में नगर निगम के ऐसे कई अस्पताल हैं जहां इमारतें खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं और अब उन्हें तीसरी लहर से पहले संवारने के काम चल रहा है. ऐसा ही एक अस्पताल है चाचा नेहरू अस्पताल जो अब तक शो पीस बना हुआ था लेकिन सीएम के हस्तक्षेप के बाद अब इसे फंक्शनल किया जा रहा है.
1960 में बनाया गया था अस्पताल
कानपुर नगर का ये चाचा नेहरू अस्पताल है कूपरगंज में स्थित है. अस्पताल सन 1960 में बनाया गया था. यहां पर 100 बेड के अस्पताल में लोगों को इलाज मिलता था लेकिन साल 1995 में नगर निगम में डॉक्टरों को मृत संवर्ग में डाले जाने के बाद चाचा नेहरू अस्पताल दिन-ब-दिन बदतर होता चला गया. आलम ये हुआ कि कोरोना की दूसरी लहर में जब लोग अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन के लिए दर दर की ठोकर खा रहे थे तब इस अस्पताल में एक भी डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ इलाज के लिए मौजूद नहीं था. मौजूद थी तो कई साल पुरानी नगर निगम की इमारत.
सीएम योगी ने दिए निर्देश
कानपुर नगर में नगर निगम के 3 अस्पताल और 41 डिस्पेंसरी हैं. लेकिन, डॉक्टर के नाम पर डेली बेसिस पर काम करने वाले एक ही डॉक्टर हैं. अब कोपागंज का बंद पड़ा चाचा नेहरू अस्पताल बच्चों के लिए फिर से फंक्शनल किया जा रहा है. एशिया में मशहूर चाचा नेहरू अस्पताल में कोरोना वायरस की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारियां जोरों पर हैं. जिला अधिकारी, नगर आयुक्त, मेयर दौरे पर दौरा कर रहे हैं. क्योंकि, मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर इसे चलाने के और जल्द चलाने के निर्देश दे दिए हैं.
50 बेड के साथ शुरू होगा अस्पताल
कानपुर के चाचा नेहरू अस्पताल को 50 बेड के साथ जल्द ही शुरू किया जाएगा. 20 बेड आईसीयू और 30 बेड ऑक्सीजन युक्त होंगे. तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर यहां बच्चों को लेवल 2 की सुविधाएं मिलेंगी. दिन-रात ओपीडी भी चलाई जाएगी.
तैयार की जा रही है योजना
फिलहाल 50 बेड के लिए डॉक्टर, नर्स, वार्ड बॉय और अन्य स्टाफ पीडियाट्रिक, आईसीयू, ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड आदि के संबंध में योजना तैयार कराई जा रही है. लखनऊ में हज सेंटर में 10 दिन के अंदर अस्पताल तैयार करने वाले एक्सपर्ट का भी इसमें सहयोग लिया जा रहा है ताकि अस्पताल को जल्द से जल्द फंक्शनल कराया जा सके. रंगाई पुताई के लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अमित सिंह को जिम्मेदारी दी गई है और इसका मुआयना खुद मेयर प्रमिला पांडेय लगातार कर रही हैं।
सीएम से मिल चुकी है हरी झंडी
कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने बताया कि नगर निगम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हरी झंडी मिल चुकी है. अब जल्द ही पूरे एशिया में फेमस रहे इस अस्पताल को चालू करवाने की कवायद में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है. जल्द ही अस्पताल को चालू कर दिया जाएगा.
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