Kanpur Dehat Case: कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जलकर मौत के मामले में कांग्रेस (Congress) ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी (Brijlal Khabri) के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल (Governor) को ज्ञापन देने के लिए राजभवन जाने की कोशिश की तो पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर ही बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया. इस दौरान पुलिस और कांग्रेसियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई जिसके बाद कांग्रेसी सड़क पर बैठकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. 


बाद में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन पुलिस को देने के बाद कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त किया. कांग्रेसियों को रोकने के लिए दो बैरिकेडिंग लगाई गई थीं, जिसमें से एक बैरिकेडिंग को तोड़कर कांग्रेसी आगे निकल गए, हालांकि दूसरी बैरिकेडिंग पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इस प्रतिनिधिमंडल में प्रांतीय अध्यक्ष के साथ नसीमुद्दीन सिद्दीकी, नकुल दुबे, अनिल यादव के साथ कांग्रेस के अन्य नेता और कार्यकर्ता थे. 


कांग्रेस ने दी धरना प्रदर्शन और आंदोलन की चेतावनी


प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी का कहना है कि कानपुर प्रकरण में कार्रवाई और प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने के लिए राज्यपाल से समय मांगा गया है. अगर राज्यपाल से मुलाकात नहीं होगी तो फिर से सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन और आंदोलन किया जाएगा.


राज्यपाल ने नहीं दिया मिलने का समय


इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार को कटघरे में खड़ा किया. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कानपुर देहात की घटना के पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने जा रहा था लेकिन सरकार ने पुलिस की मदद से नवाबगंज टोल प्लाजा पर ही उनका काफिला रुकवा दिया. राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा गया लेकिन वह भी उपलब्ध नहीं हुईं.


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