Kanpur Fire: कानपुर में यूपी के सबसे बड़े रेडीमेड मार्केट में हुए भीषण अग्निकांड के बाद व्यापारियों के सामने व्यापार करने का सबसे बड़ा संकट खड़ा है. इस बीच सरकारी मशीनरी उन्हें सहारा देने की कोशिश जरूर कर रही है, लेकिन जिन इमारतों में करीब 1 हफ्ते तक आग और धुआं धधकता रहा उनमें से तीन इमारतों को गिराने का फैसला किया जा चुका है. आईआईटी की रिपोर्ट के बाद बिल्डरों ने खतरनाक घोषित हो चुके तीनों कॉम्प्लेक्स को तोड़ने का विचार कर लिया है. वहीं अग्निकांड से प्रभावित व्यापारियों ने नगर आयुक्त से मिलकर इमारतों को गिराए जाने से पहले एक बार फिर से जांच कराने की बात कही है.


कारोबारियों ने कम से कम क्षतिग्रस्त हुए अर्जन और नफीस कॉम्प्लेक्स के व्यापारियों को भेजे गए नोटिस का जवाब लेकर जल्द से जल्द खुलवाने की मांग की है ताकि कारोबारियों का पुनर्वास हो सके. नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने कहा है कि जो कंपलेक्स खतरनाक है उन्हें गिराया जाएगा. यह बिल्डर और कारोबारी तय कर लें कि वह इन्हें गिरवाएंगे या नगर निगम इस काम को कराएगा.


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बिल्डरों ने कहा कि दोबारा जांच कर ली जाए
वहीं हमराज मसूद AR कॉम्प्लेक्स के बिल्डरों ने कहा है कि आईआईटी की जांच रिपोर्ट में हमराज AR और मसूद को खतरनाक बताते हुए गिराने की बात कही गई है. बिल्डरों ने कहा कि दोबारा जांच कर ली जाए और यह देख लिया जाए कि पूरे भवन को गिराने की जरूरत है या फिर जहां पर ज्यादा नुकसान हुआ है उसे गिराया जाए. इस दौरान नगर निगम की ओर से इमारतों को गिराने पर आने वाले खर्च को बताने की भी बात कही गई है. भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्रा ने कहा है कि जो ज्यादा खराब हालत में नहीं है नगर निगम को ऐसे व्यापारियों से नोटिस का जवाब जल्द लेकर इन्हें खोला जाए. इससे व्यापारियों का जल्द से जल्द पुनर्वास हो सकेगा.