UP Flood: उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश, भूस्खलन, बादल फटने जैसी घटनाओं के कारण आपदा की स्थिति बन गई है. पहाड़ी इलाकों में मौसम के बदलाव का असर अब मैदानी क्षेत्रों में दिखने लगा है. कानपुर की गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. गंगा नदी की लहरें लोगों को डरा रही हैं. घाट किनारे के इलाके जलमग्न हो गए हैं. एहतियातन लोगों की आवाजाही रोक दी गई है. नाव संचालकों को सावधान कर दिया गया है.
बाढ़ की आशंका के मद्देनजर अलर्ट मोड में प्रशासन
बाढ़ की आशंका के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट मोड में है. गंगा नदी का पानी गांवों में उतरने लगा है. लोगों के घर पानी की चपेट में आ गए हैं. खेती-किसानी को भी नुकसान पहुंचा है. किसानों की फसल पानी में डूब गई हैं. मवेशियों के भी बाढ़ में बहने की आशंका जताई जा रही है. परेशानी बढ़ती देख लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. लोगों के मकानों तक गंगा नदी का पानी पहुंच गया है.
उन्नाव में भी गंगा खतरे के निशान को कर गई पार
उन्नाव में भी गंगा का रौद्र रूप लोगों को डरा रहा है. गंगा नदी खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. हजारों बीघे में लगी फसल जलमग्न हो चुकी है. गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 113 मीटर को पार कर गया है. जलस्तर बढ़ने से लोगों की मुसीबतें बढ़ गई हैं. गंगा का रौद्र रूप देखककर लोग पलायन करने को मजबूर हैं. सफीपुर के रामपुर, पनपथा, मरौंदा सूचित और माना बंगला समेत कई गांव टापू बन गए हैं.