Kanpur Fire News: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में शनिवार(22 सितंबर) को एक फोम फैक्ट्री में आग लगने से छह लोगों की मौत हो गई. इसमें से तीन जिंदा जल गए. जिनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. डॉक्टरों का कहना है कि डीएनए जांच के बाद उनकी पहचान हो सकेगी. झुलसे सात श्रमिकों में तीन ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. वहीं मृतकों में दो नाबालिग युवक भी है. आग की खबर सुनते ही मौके से दमकल विभाग की गाड़िया मौके पर पहुंची और आग पर काबू पा लिया गया. बता दें कि फोम फैक्ट्री बिना अग्निशमन प्रमाणपत्र के ही चल रही थी. सवाल ये भी उठ रहे है कि बिना पंजीकरण के फैक्ट्री संचालन के लिए हरी झंडी मिल गई. 


दरअसल पूरी घटना रनियों के खान चंद्रपुर में हुई है. जहां कानपुर निवासी अजय अग्रवाल की आरपी पॉलिपैक नाम से फोम फैक्ट्री है. सुबह करीब सात बजे काम चल रहा था, तभी फोम में आग लग गई. फोम के बंडल होने से आग तेजी से फैली तथा सभी श्रमिक उसकी चपेट में आ गए. झुलसे हुए सात श्रमिक बाहर निकल कर भागे, तो कुछ अंदर टिनशेड व दीवार गिरने से दब गए. मिली जानकारी के अनुसार आग शार्ट सर्किट या किसी श्रमिक द्वारा जलती बीड़ी फेंके जाने से लगी है. घटना के बाद गुस्साए मृतकों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. 


चार घंटे बाद आग पर पाया गया काबू
आग लगने के आधे घंटे के अंदर ही दमकल की गाड़ियां पहुंच गई थीं .चार घंटे बाद 11 बजे आग पर काबू पाया जा सका. मलबे को क्रेन व बुलडोजर से हटाने के साथ गैस कटर से काटा गया. शाम करीब पांच बजे तीन जले हुए शव मिले, जिनमें केवल हड्‌डी ही बची थी. इनमें दो ममेरे भाई बताए जा रहे हैं.एक कुत्ते का भी जला शव मिला. एक मात्र सुरक्षित बचे श्रमिक ने कुल 11 लोगों के ड्यूटी करने की बात बताई है.फैक्ट्री प्रबंधन से जुड़ा कोई जिम्मेदार नहीं आने से सही जानकारी न मिल सकी है. मालिक का फोन भी स्विच आफ बताता रहा. डीएम आलोक सिंह व एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति समेत अन्य अधिकारी फैक्ट्री परिसर पहुंचे और जानकारी ली. 


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