GSVM Medical College Kanpur: कानपुर के GSVM मेडिकल कॉलेज में ऐसी निडिल तैयार की गई है जो आंखों की हर परत में दवा पहुंचाएगी और जिससे रतौंधी जैसी बीमारी भी दूर हो जायेगी. रतौंधी के मरीजों के लिए कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर परवेज खान ने काफी शोध के बाद एक ऐसी डिवाइस को बनाया है जिसके द्वारा दवा को आंखों की हर परत तक पहुंचाया जा सकेगा. इस सुपर ख्योराइडल नीडील के तैयार होने के बाद भारत सरकार ने डॉ. परवेज खान को पेटेंट प्रमाण पत्र दिया है.


डॉक्टर परवेज खान ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इसी माह की 26 तारीख को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी जिसमे देश विदेश के डॉक्टर शामिल होंगे. जिसमे उन्हें इस नीडील से संबंधित प्रेजेंटेशन करने का उन्हें मौका मिलेगा. जिसमें इस नीडील का प्रयोग कैसे करना है उनके द्वारा ही ये बताया जाएगा.


पूरे देश में प्रयोग में लाने का किया जा रहा प्रयास 
वहीं भारत सरकार से इसे पेटेंट किए जाने के बाद वो इस पर काफी खुश है कि उनकी मेहनत सफल हुई. उनका कहना है कि इससे पूरे भारत को इससे लाभ होगा. डॉक्टर परवेज ने बताया कि साल 2018 में ही इसे बनाकर तैयार कर लिया था, जिसके बाद इसका प्रयोग करीब पांच हजार लोगों पर कर चुके हैं. इसके जो परिणाम सामने आए है उसके आधार पर अब इसे पूरे देश में प्रयोग में लाने का प्रयास किया जा रहा है.


1800 माइक्रोन की एक निडिल है लगी हुई 
उन्होंने बताया कि अभी तक रतौंधी जैसी बीमारियों का इलाज इसलिए नहीं हो पा रहा था क्योंकि रेटिना की जिस परत तक दवा को पहुंचना चाहिए दवा वहां तक नहीं पहुंच पाती थी. पर अब इस नीडील के जरिए जहां दवा की जरूरत है, वहां तक पहुंचाया जा सकता है. डॉ.परवेज ने बताया इस डिवाइस में 1800 माइक्रोन की एक निडिल लगी हुई है, जो कि आंखों की हर परत तक दवा पहुंचा रही है. साथ ही खास बात है कि इसमें लगी निडिल को जिस परत तक पहुंचना है, वो वहीं तक पहुंचेगी अन्य किसी परत को कोई नुकसान भी नहीं करेगी.


कानपुर से नीरज अवस्थी की रिपोर्ट.


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