कानपुर. यूपी के कानपुर के हैलट अस्पताल में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर यहां बड़ा घालमेल देखने को मिला है. आरोप है कि हैलट में नर्सिंग स्टाफ ने मरीज की मौत के बाद स्टोर से इंजेक्शन इशु करवाए. रेमडेसिविर इंजेक्शन को मृतकों के नाम पर जारी करवारकर उन्हें बाजार में महंगे दाम पर बेचे जाने की आशंका जताई जा रही है.
दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी. मरीजों को बाजार में आसानी से रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे थे. अब खुलासा हुआ है कि शासन की तरफ से हैलट को मरीजों के लिए जो रेमडेसिविर इंजेक्शन भेजे गए थे उनमें बड़ा घालमेल हुआ है. तीन-चार दिन पहले मृत हो चुके लोगों के इलाज के नाम पर स्टाफ ने इंजेक्शन जारी करवा लिये गए. फर्जीवाड़ा कितना बड़ा है अभी इसका पता नहीं चल सका है. हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक, कम से कम चार मरीजों के नाम पर रेमडेसिविर इंजेक्शन जारी करवाए गए.
बता दें कि हाल ही में वार्ड बॉय को गिरफ्तार किया गया था जो रेमडेसिविर इंजेक्शन का आधा लगाकर उसे बचा लेते थे. फिर बचे हुए इंजेक्शन को बाजार में बेच देते थे.
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