UP News: जंगलों में रहने वाले जानवर अब इंसानी दुनिया में दक्ष देते नजर आ रहे हैं और जंगलों को छोड़कर अब रिहायशी इलाकों प्रवेश कर अपना आशियाना बनाते दिख रहे हैं. जिससे अब इंसान दहशत में नजर आ रहे हैं, ऐसा ही कानपुर के घाटमपुर के सांड थाना क्षेत्र के एक बिजली विभाग के सब स्टेशन के परिसर में खूंखार लकड़बग्घों का परिवार अपना आधार बना चुका है. जिसकी खबर विभाग को देर से हुई और अब विभाग के कर्मचारियों सही क्षेत्र की कॉलोनी में भी लोग खूंखार जानवरों के डर से सहमे हुए हैं.


घाटमपुर के सांड थाना क्षेत्र के बिजली घर में विभागीय लोग खतरनाक लकड़बग्घों की तलाश करते दिख रहे हैं. दरअसल कानपुर के सांढ थाना क्षेत्र के भीतर गांव में बने 220 केवीए के बिजली घर में भूमिगत नालियों में केबिलों की लाइन बिछी हुई है जोकि लगभग 500 मीटर के क्षेत्रफल में फैली है और ऊपर से ये नालियां आरसीसी पत्थरों से ढकी हुई हैं लेकिन विभागीय लोगों ने देर रात दो वयस्क लकड़बग्घों को इन नालियों में जाते देखा. इतना ही नहीं बल्कि ये दो वयस्क खूंखार लकड़बग्घों के साथ नवजात लकड़बग्घे भी थे. इससे ये अंदाजा लगाया जाता है की ये नर और मादा वयस्क हैं और ये दो नवजात बच्चे इन्हीं के हैं और ये जंगल को छोड़कर यहां रिहायशी और चहल पहल वाली जगह पर अपना ठिकना बना रहे हैं. जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.


वहीं सब स्टेशन के पास कर्मचारियों और आम लोगों के रहने की कॉलोनी भी बनाई गई है, जिनमें काफी लोग निवास करते हैं. अब इस बात की जानकारी मिलने पर सभी लोग दहशत में हैं.


क्या बोले अधिकारी


वहीं बिजली विभाग के अधिकारी अशोक कुमार सहूं ने बताया की इन लकड़बग्घों की जानकारी उन्हीं के एक विभागीय कर्मचारी के द्वारा पता चली थी. जिसके बाद उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर उन जानवरों की तलाश शुरू की. जिन्हे भूमिगत नालियों में छिपा हुआ देखा गया. जिसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियों को अवगत कराकर फॉरेस्ट विभाग को जानकारी दी गई और मदद की उम्मीद लगाई है. लेकिन आरोप है की अभी तक वन विभाग ने कोई मदद नहीं की जिससे इंसानी जिंदगियों को खतरा बढ़ता जा रहा है, उन्होंने कहा कि जल्द ही इन्हें पकड़ कर जंगलों में छोड़ा जाए.


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