(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kanpur IIT News: कानपुर आईआईटी में छात्रों की मौत को रोकेगा प्रबंधन का ये फार्मूला, जानें- क्या है प्लान
Kanpur IIT: कानुपर आईआईटी में अक्सर छात्र-छात्राएं पढाई में तनाव के चलते खुदखुशी कर रहे थे. जांच में इस बात की पुष्टि होती हर बार नजर आई है, इसलिए इसे रोकने के लिए आईआईटी ने एक फार्मूला लाया हैं.
Kanpur IIT News: कानपुर आईआईटी में लगातार हो रही मौतों ने आईआईटी कानपुर की साख पर बट्टा लगा दिया है और अब पैरेंट्स भी अपने बच्चों के लिए और भी ज्यादा फिक्रमंद हो गए है पिछले एक महीने में आईआईटी कानपुर में तनाव और टेंशन के चलते एक महीने तीन छात्रों में मौत को गले लगा लिया और पीछे छोड़ गए परिवार के लिए आंसू, ऐसे में मौतों की रोकथाम और चारों के तनाव को कम करने के लिए आईआईटी कानपुर प्रबंधन ने नए फार्मूले का इस्तेमाल करने की ठान ली है और बहुत जल्द ये लागू भी किया जाएगा, (नो टर्मिनेशन) पॉलिसी आईआईटी में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं की मौतों के ग्राफ को कम कर देगा.
आईआईटी के प्रोफेसर शलभ ने बताया की ये नो टर्मिनेट की पॉलिसी अभी तक यूजी के छात्रों को मिल रही थी लेकिन लगातार बढ़ रही मौतों में पीजी के छात्र ज्यादा है जिसको लेकर ये पॉलिसी लागू करने की सहमति बनी है जिससे छात्र खराब नंबरों और फेल होने के चलते निष्कासित नहीं किए जाएंगे और उन्हें एक मौका और मिलेगा साथ ही पाठ्यक्रम को भी सरल करने की बात बन रही है और बहुत जल्द इस पॉलिसी को लागू किया जाएगा.
क्या है नो टर्मिनेशन फार्मूला
आईआईटी में हो रही छात्रों की मौतों ने पूरे प्रबंधन को हिलाकर रख दिया है,और जांच में इस बात की पुष्टि होती हर बार नजर आई है, कि छात्र छात्राएं पढ़ाई में तनाव के चलते खुदकुशी कर रहे थे. जिसके बाद अब आईआईटी प्रबंधन ने ये फैसला लिया है कि. अब पीजी के छात्रों को फेल होने के बावजूद टर्मिनेट नहीं किया जाएगा, और उन्हें अपने खराब नंबरों और परफॉर्मेंस को सुधारने के लिए एक मौका भी दिया जाएगा. जिसमें वो अपने नंबरों को बेहतर कर सकते हैं अभी तक ज्यादातर बच्चे खराब नंबर और रिजल्ट के चलते तनाव में आ जाते थे, और खुदकुशी कर ली रहे थे. लेकिन प्रबंधन ने अपने इस फैसले से बच्चों में तनाव की स्थिति को कम करने की बात कही है.
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