Kanpur Crime Branch: कानपुर (Kanpur) पुलिस ने कुछ दिन पहले एक अन्तर्राष्ट्रीय मोबाइल चोर गिरोह (Mobile Thief Gang) का भंडाफोड़ किया था. इसके बाद पुलिस (Police) अपनी गहन जांच को आगे बढ़ा रही है. पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि कहीं इन मोबाइलों (Mobile) का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में तो नहीं किया जा रहा था. पुलिस इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है. 


बांग्लादेश और नेपाल भेजे गए मोबाइल
दरअसल, ऐसी आशंका जताई जा रही है कि बांग्लादेश और नेपाल भेजे गए ये मोबाइल कहीं आतंकियों के हाथों तो नहीं लग गए और उनका हथियार तो नहीं बन गए. कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने गिरोह के सदस्यों से मिली जानकारी को अन्य एजेन्सियों के साथ भी साझा किया है. वहीं, पूरे मामले की गम्भीरता से जांच के लिए डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल को निर्देशित किया गया है. 


मोबाइल चोरों को किया था गिरफ्तार
आपको बता दें कि, पिछले दिनों क्राइम ब्रांच पुलिस ने 9 मोबाइल चोरों को गिरफ्तार किया था. ये लोग 500 से अधिक मोबाइल चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके थे. पकड़े गए चोर, चोरी के मोबाइलों को नेपाल और बंग्लादेश में खपाने का काम करते थे. चोरी के मोबाइल को ये लोग नेपाल और बांग्लादेश के बॉर्डर पर अपने एजेन्ट्स के पास कोरियर से भेजते थे. जिसके बाद ये मोबाइल नेपाल और बांग्लादेश में पहुंचा दिए जाते थे. 


पुलिस कर रही है गहन तफ्तीश 
मोबाइल के आईएमईआई नम्बर को बदलकर इन्हें दोबारा बेच दिया जाता. इन मोबाइलों का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में किए जाने की आशंका जताई जा रही है. जिसके चलते पुलिस ने इस रैकेट की जड़ तक पहुंचने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं. एक तरफ जहां क्राइम ब्रांच को मामले की डिटेल इन्क्वायरी में लगाया गया है वहीं मोबाइल चोरों से मिल रही जानकारी को अन्य एजेन्सियों के साथ साझा किया जा रहा है.



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