(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kanpur Kidnapping Case: फिरौती दिलाई जान नहीं बचाई, किडनैपर ने किए कई चौंकाने वाले खुलासे
अपहरणकर्ताओं ने बताया कि पुलिस के डर से हमलोग अपने अड्डे पर चले गए. परिवार ने पहले पैसे नहीं दिए, अब कहे पैसे दिए ...बैग फेंका गया था, लेकिन हमने नहीं उठाया.संजीव ने कहा था कि हमारे पास बहुत पैसे हैं.
कानपुर: यूपी के कानपुर जिले के बर्रा अपहरण कांड में पुलिस ने पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. कानपुर पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड ज्ञानेंद्र यादव था. सभी अभियुक्त लैब टैक्नीशियन संजीत के दोस्त थे. 27 जून की सुबह उसकी हत्या कर दी थी. 29 जून को फिरौती की मांग की थी.
फिरौती के पैसों को लेकर बड़ा खुलासा
वहीं, किडनैपर ने फिरौती के पैसों को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उनका कहना है कि उन्होंने फिरौती के 30 लाख रुपये की रकम का बैग उठाया ही नहीं था. अपहरणकर्ताओं ने बताया कि हम लोग पुलिस के डर से अपने अड्डे पर चले गए थे. हमने बैग उठाया ही नहीं. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर किडनैपर फिरौती वाले बैग को लेकर नहीं गए, तो फिर वो बैग कहां है?
संजीत को शराब पिलाई, फिर किया अपहरण
अपहरणकर्ताओं ने ये भी बताया कि हमने पहले संजीत को शराब पिलाई. शराब में दवा मिला दी थी, जिससे वो बेहोश हो गया. फिर हमने रतन लाल नगर में उसे एक कमरे में ले जाकर बंद कर दिया था. उन्होंने बताया कि संजीत कहता था कि उसके पास बहुत पैसे हैं. वहीं, पुलिस अब पैसों के लेनदेन मामले पर भी जांच कर रही है.
वहीं, किडनैपर्स को पैसा देने को लेकर पुलिस के दो वर्जन सामने आए हैं. दो अधिकारी अलग-अलग बात कह रहे हैं. एक महिला अधिकारी कह रही हैं कि पैसे दिए गए और आईजी कह रहे हैं पैसे नहीं दिए गए.
यह भी पढ़ें:
कानपुर अपहरण केस: दोस्त ही निकले लैब टैक्नीशियन के अपहरणकर्ता, 4 दिन बाद हत्याकर फेंक दिया था शव