Kanpur: युद्ध के चलते व्यापार रुका, चमड़ा व्यापारियों ने निकाला नया फॉर्मूला, लगा दिया 'लेदर मेला'
Kanpur News: कानपुर अपने चमड़ा उद्योग के लिए बहुत प्रसिद्ध है. यहां के लेदर की दुनियाभर में डिमांड है. लेकिन मिडिल ईस्ट में अस्थिरता के माहौल के बीच इस पर ब्रेक लगता दिख रहा है.
Kanpur News: मिडिल ईस्ट में अशांति और ईरान-इजरायल में युद्ध का असर पूरी दुनिया पर देखने को मिल रहा है. पिछले दिनों बांग्लादेश में भी हालात बेहद खराब हो गए थे. इन तमाम घटनाओं को असर व्यापार पर देखने को मिल रहा है. अस्थिरता के माहौल के बीच इन देशों से होने वाले आयात और निर्यात पर विराम लग गया. इन देशों में भारत से भी बहुत से प्रोडक्ट्स भेजे जाते थे. ऐसे में मैनचेस्टर ऑफ द ईस्ट कहे जाने वाले कानपुर में व्यापारियों पर इसका असर क्या पड़ा इस बारे में खुद व्यापारियों ने बात की है.
कानपुर अपने चमड़ा उद्योग के लिए बहुत प्रसिद्ध है. यहां के लेदर की दुनियाभर में डिमांड है. इनमें से कई उत्पाद तो भारत में बेचे ही नहीं जाते थे उन्हें विदेशों में एक्सपोर्ट किया जाता था. युद्ध की वजह से इस पर ब्रेक लगा तो अब लेदर व्यापारियों ने इसकी मांग का नया फॉर्मूला निकाल लिया. ऐसे में उच्च गुणवत्ता वाले लेदर प्रोडक्ट्स अब कानपुर में ही मेला लगाकर बेचे जा रहे हैं. खास बात ये हैं इनमें कई ऐसे प्रोडक्ट भी है जिन्हें खरीदना तक मुश्किल था.
कानपुर के लेदर व्यापारियों ने लगाया मेला
कानपुर में कई कारोबारी इस मेले का संचालन कर रहे हैं. कारोबारियों की माने तो उनके युद्ध से उनके व्यापार को खास नुकसान नहीं है. बांग्लादेश में बिगड़े हालात की वजह से उन्हें अन्य देशों से लेदर प्रोडक्ट्स की मांग आने लगी है. क्योंकि जो समान बांग्लादेश दूसरे देशों को सप्लाई करता था. अब भारत उसकी ख़रीद की जा रही है.
उसी तरह ईरान और इजरायल में होनेवाले युद्ध से भारत को कोई खास नुकसान नही होगा. क्योंकि जब युद्ध होते हैं तो सेना के जवानों को सेफ्टी शूज की जरूरत पड़ती है जो की कानपुर से ही बनकर जाते हैं. एशिया का सबसे बड़ा हब सेफ्टी शूज के लिए कानपुर है.
कानपुर के लेदर मेले में शहर के टॉप 10 ब्रांड्स ने अन्य शहर की कम्पनियों संग मिलकर मेले का आयोजन किया है. विदेशों में एक्सपोर्ट होने वाले प्रोडक्ट्स शूज, बैंग, पर्स, स्लीपर, जैकेट्स, बेल्ट शामिल हैं, जिन्हें भारत में लेना मुमकिन नही था लेकिन अब लोगों को खरीदने का मौका मिल रहा है.
कानपुर में चमड़ा उद्योग को 600 करोड़ का विदेशी ऑर्डर भी मिला है. नोएडा में आयोजित यूपी ट्रेड शो के दौरान विदेशों से आए इन्वेस्टर्स ने यहां के प्रोडक्ट्स पर पैसे लगाकर ऑर्डर दिए हैं. इस बाबत लेदर कारोबारी और चर्म निर्यात परिषद के अध्यक्ष असद इराकी और जावेद इकबाल ने कहा कि कारोबार पर थोड़ा प्रभाव पड़ता है लेकिन, इतना नहीं कि बंद हो जाए. दूसरे रास्ते खुले रहते हैं.
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