जिस 4 साल से बंद मदरसे में मिला नरकंकाल, वहां हो रही थी पढ़ाई, ब्लैक बोर्ड पर लिखी थी ये तारीख
Kanpur Madrasa News: साल 2015 में कानपुर की नई सड़क के रहने वाले परवेज़ ने मदरसा कादरिया उलूम का शुरू किया था. इस मदरसे में लगभग 80 बच्चे पढ़ाई करने आते थे लेकिन कोविड में यह मदरसा बंद कर दिया था.
Kanpur Madrasa Skeleton: कोरोना काल से कानपुर के जाजमऊ क्षेत्र में संचालित एक मदरसा बंद पड़ा था लगभग 4 साल बीत जाने के बाद उस बंद पड़े मदरसे में एक नरकंकाल बरामद हुआ जिससे सबके होश फाख्ता हो गए. आखिर बंद पड़े मदरसे में किसी का नर कंकाल कैसे पहुंचा, हैरानी और कई सवाल मदरसे के ब्लैक बोर्ड पर लिखी एक तारीख भी कर रही है जिसे मदरसे में पढ़ाए जाने वाले ब्लैक बोर्ड पर किसी ने लिखा था, 20/05/2023. सवाल बड़ा है कि जब चार साल यानी कि साल 2020 से मदरसा संचालित नहीं हो रहा था बंद था तो क्लास रूम के ब्लैक बोर्ड पर साल 2023 के पांचवें महीने की 20 तारीख को किसने लिखा और इस बंद मदरसे में किसने पढ़ाई कराई.
कानपुर के जाजमऊ थाना क्षेत्र में स्थित पोखरपुर में एक मदरसे के अंदर क्लासरूम के पास एक नरकंकाल बरामद हुआ. सौ वर्ग गज के मकान में ये मदरसा संचालति होता था लेकिन कोविड के समय इसके संचालन को बंद कर दिया गया था. साल 2015 में कानपुर की नई सड़क के रहने वाले परवेज़ ने मदरसा कादरिया उलूम का शुरू किया था. इस मदरसे में लगभग 80 बच्चे पढ़ाई करने आते थे लेकिन जैस ही केविड शुरू हुआ तो यहां बच्चों को आने के लिए मना कर दिया गया ओर मदरसे का संचालन भी बंद हो गया.
जब अचानक से बंद पड़े मदरसे का ताला टूटा हुआ मिला परवेज के एक रिश्तेदार ने जब टूटे हुए ताले को देखा तो वो बंद मदरसे के अंदर पहुंचा जहां उसे कमरे में एक नरकंकाल पड़ा हुआ मिला. जिसके बाद उसने पुलिस और परवेज को सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी. मौके पर पहुंचे परवेज ने बताया कि इस मदरसे को कोविड़ के समय ही बंद कर दिया गया था इस बच्चों को पढ़ाने के लिए संचालित किया गया था ये उसका निजी प्लॉट है लेकिन संक्रमण को देखते हुए इसे बंद करने के आदेश हुए थे तब से ये बंद पड़ा है.
कई बार टूट चुका था बंद मदरसे का ताला
पिछले चार साल में कई बार इस बन्द मदरसे का ताला टूटा हुआ मिला अराजक तत्व या चोरों ने इसे अपना अड्डा बनाने की कई बात कोशिश की लेकिन इस बार जब मदरसे का ताला टूटा तो उसमें नरकंकाल पड़ा मिला. दरअसल इस जगह पर ये मदरसा बना था वहां अक्सर नाले और गंदगी की वजह से बदबू आया करती थी जिसके चलते मदरसे में पड़े हुए नरकंकाल और उसके शव की बदबू कोई भांप नहीं पाया लेकिन टूटे हुए ताले ने नरकंकाल बरामद करा दिया. हालांकि पुलिस ने फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य इकट्ठा कर लिए कई पहलुओं पर जांच भी शुरू कर दी.
4 साल से बंद मदरसे में लिखी मिली एक साल पहले की तारीख
जांच के दौरान पुलिस टीम तमाम पहलुओं पर काम कर रही थी तभी क्लास रूम में लगे ब्लैक बोर्ड पर अधिकारियों की नजर उसमें लिखी 20/05/2023 की तारीख पर पड़ी. पुलिस की जांच और नरकंकाल के पुराने होनें के सवाल पर एक सवाल और खड़ा कर रही है क्योंकि मदरसा चार साल पहले से बंद पड़ा है. वहीं एडीसीपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बंद मदरसे में नरकंकाल के होने की जानकारी पर फॉरेंसिक टीम और पुलिस की टीम जांच कर रही है नरकंकाल काफी पुराना बताया जा रहा है, जिसका डीएनए सुरक्षित किया था.
मदरसा रजिस्टर्ड था या नहीं इसकी होगी जांच
वहीं इसकी भी जांच की जा रही है कि मदरसा रजिस्टर्ड था या नहीं लेकिन लोकल इन्फॉर्मेशन के मुताबिक मदरसे का संचालन और रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है वहीं इस बात की भी तस्दीक की जा रही है कि अगर मदरसा बंद था तो साल 2023 में यहां किसने पढ़ाई कराई.
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