Kanpur Fire News: कानपुर देहात के औद्योगिक क्षेत्र रनिया में एक गद्दा बनाने वाली फैक्ट्री में दिवाली को देखते हुए तेजी से और दोगुनी स्पीड से कम किया जा रहा था. दिवाली नजदीक थी, जिसके चलते ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए फैक्ट्री मालिक ने मजदूरों की मांग देखते हुए कुछ मजदूरों की तलाश भी करवाई थी. वहीं गुजरात से घर वापस लौटे 11 मजदूरों को अपने घर के पास ही कहीं काम की तलाश थी. इसलिए सभी ने फैक्ट्री में काम शुरु कर दिया. लेकिन सभी मजदूर यहां हादसे का शिकार हो गए और 6 मजदूरों की मौत हो गई.


सभी 11 मजदूरों ने इस फैक्ट्री में पहले दिन ही नाइट की शिफ्ट में ज्वाइनिंग की. फिर सुबह फैक्ट्री में अग्निकांड हो गया. फैक्ट्री के अंदर के हिस्से में ये सभी मजदूर गद्दा बना रहे थे. फैक्ट्री के बाहरी हिस्से में केवल तीन सुरक्षा गार्ड ही थे. तेज धमाके के बीच आज लगी और पल भर में ही आग की लपटें आसमान छूने लगी और अंदर फसे सभी मजदूरों की चीख पुकार बाहर तक सुनाई देने लगी.


फैक्ट्री में क्यों लगी आग 
फैक्ट्री में काम करने वाले एक कर्मचारी की मनाए तो फैक्ट्री मालिक को ज्यादा मुनाफा दिवाली में कामना था. जिसके चलते फैक्ट्री में दिन रात काम किया जा रहा था. मशीनें चौबीस घंटे चल रही थी और हीट होने के कारण मशीन में आग लगी और बड़ा धमका हुआ जिससे ये अग्निकांड हुआ.


7 मजदूर ही आग में झुलसे मिले
11 मजदूरों के फैक्ट्री में होने की बात साफ हुई. लेकिन रेस्क्यू टीम को महज 7 मजदूर ही आग में झुलसे मिले थे. वहीं अंदर और भी मजदूरों के फसे होने को लेकर रेस्क्यू किया जा रहा था. आग और धमाके के चलते फैक्ट्री का एक बड़ा हिस्सा छत से जिन पर गिर पड़ा था, जिसमे कुछ मजदूर दब गए थे. लेकिन रात करीब 2 बजे तक चले रेस्क्यू में 3 शव और बरामद हुए. जिन्हे पहचान पाना मुमकिन नहीं था.


डीएनए रिपोर्ट से होगी मृतकों की पहचान
 अधिकारियों माने तो डीएनए रिपोर्ट से ही इनकी पहचाना हो पाएगी. अब बड़ा सवाल ये हैं की तीन मजदूरों के मिसिंग होने पर तीन परिवार के पास ये शव पहुंच तो गए. लेकिन कौन सा शव किसका है ये मुसीबत बनी हुई है. मनोज ,लवकुश और प्रियांशु ये तीन मजदूर मलबे में दबने और आज से बुरी तरह जलने के कारण पहचाने नहीं जा सकते हैं. इस घटना को लेकर पुलिस और प्रशासन इस बात की भी जांच में जुटा है कि आखिर यहां आग बुझाने के पुख्ता इंतजाम थे या नहीं.


क्या बोले क्षेत्राधिकारी तनु उपाध्याय
अकबरपुर क्षेत्राधिकारी तनु उपाध्याय ने बताया की देर रात तक रेस्क्यू किया गया. मलबे में किसी और के फसे होने की संभावना नही है. वहीं अधिकारी ने बताया की मलबे में तीन शव बरामद हुए थे. जिन्हे पोस्टमार्टम के लिए  भेजा गया है और कानपुर और लखनऊ दो मजदूरों की मौत हुई है. अभी उनकी भी शिनाख्त नहीं हो पाई है. वहीं अब अस्पताल।में एक और मजदूर की मौत हो गई है. अब मौतों का आंकड़ा 6 पहुंच गया है और घायल 4 मजदूर अभी भी जिंदगी से जंग लड़ रहे हैं.


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