Kanpur News : कानपुर में आज 112वें अखिल भारतीय महापौर परिषद सम्मेलन (All India Mayor council Conference) का समापन हो गया. दो दिवसीय इस सम्मेलन में देश भर के करीब 40 मेयर (Mayor) और यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना शामिल हुए. इस सम्मेलन में 74वें संशोधन (74th Ammendment) को लेकर आवाज बुलंद की गई और मेयर कार्यकाल में एकरूपता लाने, शहरों को स्मार्ट बनाने और जल संरक्षण को लेकर गंभीरतापूर्वक नीति बनाने पर सार्थक बातचीत हुई. सभी मेयर एक-दूसरे से मिले अनुभवों को लेकर इस संकल्प के साथ लौटे कि वे अपने शहर के विकास के काम को तेजी से आगे बढ़ाएंगे. 



कानपुर में अखिल भारतीय महापौर परिषद सम्मेलन का आयोजन पहली हुआ. सम्मेलन में वैसे तो तमाम मुद्दे उठाए गए लेकिन इसमें सबसे अहम रहा 74वां संशोधन. यहां उपस्थित लगभग सभी मेयर ने इस बात पर सहमति जताई के मेयर के कार्यकाल को बढ़ाकर 5 साल किया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि  नगर निगम द्वारा पार्षदों को एक कार्यालय उपलब्ध कराया जाना चाहिए, क्योंकि उनपर जनता की उम्मीदों का काफी बोझ रहता है. उन्होंने पार्षदों की एकमुश्त तनख्वाह तय करने की भी मांग की.


अखिल भारतीय महापौर परिषद में कुछ मेयर ने फंड की कमी पर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि नगर निगम की आमदनी कम होने और खर्चा ज्यादा होने के कारण शहरों के विकास को गति नहीं मिल पा रही. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों के नीतिगत फैसले का इंतजार किया जा रहा है. 



Mirzapur News: मिर्जापुर में सरकारी स्कूलों में दाखिले की लगी होड़, प्राइवेट स्कूलों से कटवाए जा रहे नाम

दो दिवसीय इस सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सभी मेयर को नगर निगम और विकास प्राधिकरण के बीच सामंजस्य और समन्वय बिठाने की जरूरत है ताकि विकास के कार्यों को और गति पहुंचाई जा सके. सतीश महाना ने इस दौरान महापौर द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी सहमति जताई और कहा कि वह भी इस बाबत अपनी क्षमता के अनुरूप उनका समर्थन करेंगे. वहीं,  अखिल भारतीय महापौर परिषद सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन जैन ने सम्मेलन में म्युनिसिपल कैडर के मुद्दे को उठाया. आगरा के मेयर नवीन जैन की माने तो आईएएस में म्युनिसिपल कैडर होना चाहिए जिससे शहरों के विकास को और गति दी जा सके. नवीन जैन ने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. 



CM योगी आदित्यनाथ ने खुद को क्यों बताया महाभारत का अर्जुन? ये है बड़ी वजह