Kanpur Mayor: कानपुर ही महापौर प्रमिला पांडे समाधान शिविर में पहुंची थी, जहां वो लोगों की समस्याएं सुन रही थी तभी एक ऐसा वाकया हुआ जिसे देखकर सभा में आए सभी लोग हैरान रह गए. सभा के बीच में ही चार-पांच छोटे-छोटे बच्चे महापौर के पास पहुंच और अपनी समस्या बताने लगे. बच्चों को देखकर महापौर भी हैरान रह गईं. जिसके बाद उन्होंने बच्चों की शिकायत सुनी और तुरंत अधिकारियों को फोन कर बच्चों की मांग को 15 दिन के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए. 


कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे अपने खास अंदाज के लिए जानी जाती है और सख्ती से काम करवाती है. इसी क्रम में शुक्रवार को वो कानपुर के चुन्नीगंज क्षेत्र के अंबेडकर पार्क के पास समाधान शिविर में पहुंची थी, जहां वो लोगों की समस्याओं को सुन रहीं थी. तभी महापौर के पास छोटे-छोटे बच्चे पहुंच गए. उनके हाथ में एक शिकायती पत्र भी था जिसे देखकर महापौर चौंक गईं. उन्होंने जब बच्चों को देखा तो बच्चों से उनकी चिट्ठी को लेकर सवाल किया. 


बच्चों को देख हैरान हो गईं महापौर
बच्चों ने अपने शिकायती पत्र में लिखा था कि महापौर जी हमारे क्षेत्र में एक ही पार्क है उसकी बाउंड्री गिर चुकी है झूले भी नहीं है हम झूला भी नहीं झूल पाते आप इसे बनवा दीजिए. बच्चों का शिकायती पत्र देखकर महापौर भावुक हो गईं और उन्होंने तत्काल अपर आयुक्त मोहम्मद आवेश और उद्यान अधीक्षक को कॉल लगाया और निर्देशित किया कि 15 दिन के अंदर इस पार्क को दोबारा बनवाकर तैयार करिए. इसमें झूले लगवा दीजिए और सुंदर बना दीजिए. 


महापौर ने न सिर्फ पार्क के पुनर्निमाण के निर्देश दिए बल्कि ये भी कहा कि जैसे ही ये पार्क बनेगा तो इसका उद्घाटन भी इन्हीं बच्चों से कराइए. मैं खुद उस समारोह में शामिल होने आऊंगी. महापौर की बात को सुन बच्चे ख़ुश हो गए और तालियां बजाने लगे. इस दौरान सभा में आए सभी लोग बेहद खुश दिखे और उन्होंने महापौर की दिल खोलकर तारीफ की. इस दौरान प्रमिला पांडे ने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं ता कि समाधान शिविर में बच्चे अपनी समस्या लेकर आ सकते हैं. लेकिन बच्चों ने पानी समस्याएं बताई तो अपने घर में मौजूद बच्चों की याद आ गई. उन्होंने कहा कि बच्चे भगवान का स्वरूप है फिर चाहे वो किसी के घर के हों. इन बच्चों को खेलने के लिए अच्छा पार्क ओर अच्छा माहौल जल्द दिया जाएगा अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है.


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