कानपुर: कानपुर मेडिकल कॉलेज में हुड़दंग और आधी रात में असभ्य आचरण के आरोप में मेडिकल के 4 छात्रों को कॉलेज प्रशासन ने निलंबित कर दिया है. कॉलेज के प्रिंसिपल ने कड़ा एक्शन लेते हुए छात्रों को कक्षाओं से निलंबित करते हुए हमेशा के लिए हॉस्टल से बाहर निकाल दिया. छात्रों पर आरोप अनुशासनहीन होने का लगा है, लेकिन इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने प्रिंसिपल प्रो. आरबी कमल को ही सवालों के घेरे में ला दिया है. अब उल्टा उन पर ही अनुशासनहीन का आरोप लग गया है.


दरअसल, कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ने देश को बड़े प्रतिभावान डॉक्टर दिए हैं. खुद देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन जीएसवीएम कानपुर के पढ़े हुए हैं. चारों छात्रों पर आरोप था कि इन्होंने आधी रात को बाल हॉस्टल के सामने ना सिर्फ असभ्यता की बल्कि गाली गलौच भी किया. जिसके बाद कॉलेज के प्रिंसिपल आरबी कमल ने असभ्यता और अनुशासनहीनता को लेकर इन पर कार्रवाई की. लेकिन अब सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो खुद प्रो. कमल को सवालों के घेरे में खड़ा करता दिख रहा है.


अनुशासन को लेकर उठ रहे सवाल
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें साफ दिख रहा कि कानपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र सीढ़ियों को सर माथे लगाते हुए प्रवेश करते हैं. यह रास्ता प्राचार्य ऑफिस की तरफ जाता है और वीडियो में साफ दिखता है कि कैसे प्रिंसिपल महोदय इन छात्रों से कार्य के बारे में बारीक जानकारियां भी जुटा रहे हैं. ऐसे में जब एबीपी गंगा ने प्राचार्य महोदय से उनके अनुशासन के बाबत सवाल किया तो वह सकपका गए.


सीनियर डॉक्टर्स ने की व्यवहार की निंदा
कानपुर मेडिकल कॉलेज में काम कर चुके और कई सीनियर डॉक्टर प्राचार्य के इस व्यवहार की कड़ी निंदा और भर्त्सना तक कर रहे हैं. वहीं मेडिकल कॉलेज की पूर्व प्रिंसिपल आरती लाल चंदानी का कहना है कि ऐसा आचरण सरासर गलत है. इससे सरकारी संपत्ति के नुकसान के साथ-साथ किसी को गंभीर चोट भी लग सकती थी.


छात्रों को दी गई थी पहले चेतावनी
ऐसे में प्राचार्य आरबी कमल के इस आचरण के बाद उन पर भी अनुशासनहीनता के आरोप लगने लगे हैं. मेडिकल कॉलेज की एथिक्स कमेटी की चेयरमैन डॉक्टर मीरा अग्निहोत्री की मानें तो 4 छात्रों को दंड देने से पहले चेतावनी देकर सुधरने का मौका दिया जा सकता था.


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