कानपुर मेडिकल कॉलेज में MBBS छात्रा की मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
UP News: कानपुर मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. छात्रा का शव कॉलेज की छत से बरामद हुआ है. छात्रा के परिजनों ने दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया है.
Kanpur News: कानपुर में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं की मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. कानपुर के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की छात्रा का शव कॉलेज की छत के एक डक्ट में मिला है. छात्रा की मौत पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर छात्रा का शव कॉलेज की छत पर कैसे पहुंचा. एमबीबीएस फाइनल इयर की छात्रा दीक्षा तिवारी की मौत मेडिकल कॉलेज परिसर में हो जाने से बवाल हो गया है.
पुलिस के मुताबिक दीक्षा तिवारी ने कानपुर मेडिकल कॉलेज MBBS किया था और वह इंटर्नशिप के इंतजार में कॉलेज में रुकी हुई थी. पास होने की खुशी में दीक्षा ने अपने दोस्तों साथ पार्टी की. पार्टी के दौरान दीक्षा अपने दोस्तों के साथ कॉलेज की छत पर पहुंची. जहां दीक्षा की गिरने की जानकारी मिली. पुलिस मृतका के दो अन्य पुरुष मित्रों से भी पूछताछ कर रही है.पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि मृतका फाइनल इयर की छात्रा थी और पास होने के बाद अपने दो पुरुष मित्रों के साथ पार्टी कर रही थी. पार्टी के दौरान वो कॉलेज की छत पर पहुंची. पुलिस छात्रा के मौत के कारणों को जानने की कोशिश में जुटी है.
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
छात्रा के परिजन का कहना है कि ये हादसा नहीं बल्कि एक हत्या है. जिस छत पर उनकी बेटी की मौत हुई है. वहां उसके पैरों के रगड़ने के निशान बने है. किसी ने उसे जबरदस्ती खींचा हो. ये सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या है और इसे हादसे का रूप देने की कोशिश की जा रही है. दीक्षा के परिजनों ने सवाल उठाए हैं कि यदि दीक्षा की मौत हादसा है तो फिर छत पर उसे घसीटने के निशान कैसे बनें? छत में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, अगर कैमरे की जांच की जाए तो सच सामने आ जाएगा. आरोप ये भी है की मृतिका के साथ मौजूद अन्य दो छात्र इस हत्या में शामिल हैं. उन्हे दीक्षा के पास होने ओर उसकी खुशी से चिढ़ थी.
हादसे पर कॉलेज प्रशासन ने रक्षा अपना पक्ष
कानपुर मेडिकल कॉलेज में हुई छात्रा की मौत पर मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर रिचा गिरी ने बताया कि दीक्षा तिवारी की मौत का उन्हे दुख है लेकिन दीक्षा कानपुर मेडिकल कॉलेज की स्टूडेंट अब नहीं थी. उन्होंने 2023 में यहां से पढ़ाई पूरी कर ली थी और 2024 में दीक्षा ने एमबीबीएस की इंटर्नशिप भी पूरी कर ली थी. लिहाजा अब वो इस मेडिकल कॉलेज की छात्रा नहीं थी.
ये भी पढ़ें: आगरा विकास प्राधिकरण का 26 साल बाद होगा सीमा विस्तार, दो नगर पालिका सहित 77 गांव होंगे शामिल