Kanpur HIV Infection News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 14 बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस बड़ी लापरवाही के बाद इन बच्चों की जिंदगी दांव पर लग गई है. ये मासूम संक्रमित खून के कारण हेपेटाइटिस और एचआईवी जैसी घाटक बीमारियों की चपेट में आ गए हैं. इस मामले पर अब गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. संजय काला ने भी बयान दिया है.


प्रिंसिपल प्रो. संजय काला ने थैलीसीमिया से पीड़ित इन 14 बच्चों को खून चढ़ाने से हेपेटाइटिस और एचआइवी संक्रमित होने की बात से साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि साल 2014 से 2019 के बीच नौ बच्चे संक्रमित मिले थे. फिर कोई भी मामला सामने नहीं आया. 


कानपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल क्या बोले?


उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में बाल लोग विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण कुमार आर्या के जिस बयान को आधार बनाया गया है, वे उसके लिए अधिकृत नहीं हैं. उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की गई है. दरअसल, कानपुर मेडिकल कॉलेज में दो दिन पहले बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाने की खबर सामने आई थी. मेडिकल कॉलेज ने यहां खून चढ़ाने के आरोपों को खारिज किया है. 


कांग्रेस अध्यक्ष ने साधा निशाना


इस मामले को लेकर नेताओं ने यूपी सरकार पर भी निशाना साधा. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था को डबल बीमार कर दिया है. यूपी के कानपुर में एक सरकारी अस्पताल में थैलीसीमिया के 14 बच्चों को संक्रमित खून चढ़ा दिया गया, जिससे इन बच्चों को एचआईवी एड्स और हेपेटाइटिस बी, सी जैसी चिंताजनक बीमारियां हो गई हैं. 


सरकार ने दिए जांच के आदेश


कांग्रेस नेता ने कहा कि ये गंभीर लापरवाही शर्मनाक है. मासूम बच्चों को बीजेपी सरकार के इस अक्षम्य अपराध की सजा भुगतनी पड़ रही है. मोदी जी कल हमें 10 संकल्प लेने की बड़ी-बड़ी बातें सिखा रहे थे, क्या उन्होंने कभी अपनी बीजेपी सरकारों की रत्ती भर भी जवाबदेही तय की है. बता दें कि, राज्य सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. 


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