Kanpur Metro: उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर मेट्रो के ‘ट्रायल रन’ को हरी झंडी दिखाकर कानपुरवासियों को बड़ी सौगात दी है. ‘ट्रायल रन’ के लिए डिपो में दो मेट्रो रेलगाड़ियों को तैयार किया गया था. अब 31 दिसंबर से कानपुर के लोग मेट्रो की सवारी कर सकेंगे. कुल ग्यारह हजार करोड़ से ज्यादा की लागत की से ये परियोजना अंजाम तक पहुंची है. आने वाले वक्त में आआईटी-कानपुर और मोतीझील के बीच 12 मेट्रो चलाई जाएंगी. पहले चरण में मेट्रो नौ किलोमीटर के दायरे में दौड़ेगी, जबकि दूसरे चरण की मेट्रो मोतीझील से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच चलाई जाएगी.
कानपुर मेट्रो ट्रेन की खूबियां
कानपुर में दौड़ने वाली मेट्रो को मेक इन इंडिया के तहत गुजरात के सावली प्लांट में तैयार किया जा रहा है. मेट्रो की यात्री क्षमता लगभग 974 यात्रियों की होगी. वायु प्रदूषण को कम करने के लिए अत्याधुनिक प्रोपल्शन सिस्टम से मेट्रो लैस होगी. रूट वन के मुताबिक कानपुर मेट्रो आईआईटी से नौबस्ता तक जाएगी. जिसका रास्ता 23.8 किलोमीटर लंबा है. साथ ही इस रास्ते में कुल 22 स्टेशन होंगे. वहीं रूट दो एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से बर्रा-8 तक होगा. जिसका रास्ता 8.60 किलोमीटर लंबा होगा.साथ ही इस दौरान कुल 8 स्टेशन होंगे.
मेट्रो पर शुरू हुई सियासत
वहीं कानपुर मेट्रो को लेकर राजनीति भी शुरु हो गई है. समाजवादी पार्टी ने मेट्रो को लेकर योगी सरकार पर आरोप लगाए हैं. पार्टी का कहना है कि बीजेपी हमारे द्वारा किए गए कामों का क्रेडिट ले रही है. समाजवादी पार्टी का कहना है कि बीजेपी के पास विकास के नाम पर अपना कुछ भी नही है.
ये है कानपुर मेट्रो की टाइमलाइन
4 अक्टूबर, 2016 – अखिलेश सरकार ने कानपुर मेट्रो का शिलान्यास किया.
20 सितंबर 2017 – कानपुर मेट्रो के लिए केंद्र सरकार की ओर से दोबारा डीपीआर बनाने को कहा.
5 सितंबर 2018 – यूपी सरकार ने कानपुर मेट्रो की नई डीपीआर केंद्र सरकार को भेजी.
28 फरवरी 2019 – केंद्रीय कैबिनेट ने कानपुर मेट्रो को मंजूरी दी.
8 मार्च 2019 – पीएम मोदी ने कानपुर मेट्रो का शिलान्यास किया.
15 नवंबर 2019 – सीएम योगी ने कानपुर मेट्रो के कंस्ट्रक्शन काम का शुभारंभ किया.
10 नवंबर 2021 - कानपुर मेट्रो का आधिकारिक ट्रायल रन शुरु हुआ.
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