कानपुर: 1000 हजार करोड़ की जमीन कब्जा करने वाला गिरफ्तार, तीन महीने से था फरार
Kanpur Land Fraud Case: कानपुर में बीते कुछ माह पहले मिशनरी की जमीन को अवैध ढंग से कब्जा करने की कोशिश की गई थी. विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी.
Kanpur News: कानपुर की बहुचर्चित जमीन पर कब्जा करने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. इस मामले के मास्टरमाइंड हरींद्र मसीह को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी हरींद्र मसीह बीते तीन महीने से फरार चल रहा था. पुलिस ने इसके सिर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
जानकारी के अनुसार, कानपुर पुलिस ने हरींद्र मसीह को झांसी से गिरफ्तार किया है. हरींद्र मसीह कानपुर सिविल लाइन क्षेत्र में स्थित मैरी एम मैरी स्कूल के कंपाउंड की खाली पड़ी जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करने के षड्यंत्र में शामिल था. इस जमीन की कीमत वर्तमान में एक हजार करोड़ रुपये आंकी जा रही है.
99 साल की लीज पर है जमीन
सूत्रों के मुताबिक, यह भूमि 99 साल के लीज पर एक मिशनरी को आवंटित है. भूमि के पट्टा धारक विदेश में रहते हैं और इसे कानपुर के एक परिवार को केयरटेकर के तौर पर सौंपा सौंपा था. इस संपत्ति की देखरेख का जिम्मा इसी परिवार के पास था, लेकिन भू-माफियाओं की नजर इस बेशकीमती जमीन पर लंबे समय से थी.
बताया जा रहा है कि हरींद्र मसीह ने कई नामचीन हस्तियों और सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज बनवाकर इस जमीन पर कब्जा करने की साजिश रची थी. पुलिस के अनुसार, मामले में भारत सरकार और विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद जमीन पर कब्जा करने के प्रयासों पर कार्यवाही तेज की गई.
3 महीने से फरार था आरोपी
पुलिस कई आरोपियों को पहले ही जेल भेज चुकी है, लेकिन मास्टरमाइंड हरींद्र मसीह कार्रवाई होते देख फरार हो गया था. तीन महीने की तलाश और पुलिस टीमों की कड़ी मेहनत के बाद मसीह का सुराग झांसी में लगा, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
मसीह पर यह भी आरोप है कि उसने विवाद के दौरान सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर को गंगा में फेंक दिया था, जिसमें इस साजिश के कई अहम साक्ष्य मौजूद थे. कानपुर पुलिस अब इस गिरफ्तारी के बाद अन्य सहयोगियों की पहचान और उनसे जुड़े तथ्यों की जांच करेगी.
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