Kanpur Nagar Nigam News: कानपुर नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब नगर निगम में नौकरी की आस लिए कुछ लोग महापौर प्रमिला पांडे के पास पहुंचे, इन लोगों ने महापौर के जनता दरबार में विज्ञापन द्वारा निकली नौकरी की बात कही और नौकरी लगवाने के लिए गुहार लगाई. इस मामले की जब पड़ताल की गई तो एक अलग ही कहानी सामने आई. 


दरअसल पिछले कई दिनों से नगर निगम में कई लोग महापौर प्रमिला पांडे के पास नौकरी की सिफारिश करने के लिए पहुंच रहे थे. शिकायतों पर जब गंभीरता से विचार किया गया तो इसमें जालसाजों की करतूत दिखी जिसके बाद महापौर ने निर्देश जारी किए कि अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी व्यक्ति को गुमराह कर उनके पास भेजा जाता है तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. 


नगर निगम में भर्ती के नाम पर खेल
मेयर प्रमिला पांडेय ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में जनता दरबार में उनके पास 4-5 लोग नगर निगम में नियुक्ति की नौकरियों में सिफारिश लेकर आए, जबकि कानपुर नगर निगम में ऐसी कोई भी भर्ती प्रक्रिया नहीं चल रही है. नगर निगम में तो आउटसोर्सिंग पर भर्ती तय शुदा एजेंसी के माध्यम से ही की जाती है. ऐसी ही एक सिफारिश स्वराज नगर से पार्षद आरती त्रिपाठी ने की थी, उन्होंने पनकी रोड निवासी मुदित शुक्ला की नगर निगम में भर्ती को लेकर सिफारिश पत्र सचिव कार्यालय में दिया, जबकि नगर निगम में कोई भी भर्ती प्रक्रिया नहीं चल रही थी.


मेयर ने दिए पूरे मामले की जांच के निर्देश
इस तरह के कई मामले सामने आने के बाद महापौर ने इस पर सख्त एक्शन लिया है. उन्होंने कहा कि नगर निगम में भर्ती के लिए कोई विज्ञापन नहीं निकलता है बल्कि एजेंसी के जरिए हायरिंग की जाती है. इसके लिए ही उन्होंने नगर आयुक्त को इस पर कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि आम लोगों को गुमराह कर भर्ती की सिफारिश करने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा.  


मेयर के मुताबिक कानपुर नगर निगम में आउटसोर्सिंग में भर्ती को लेकर कोई भी विज्ञापन जारी नहीं होता है. हालांकि जानकरों का कहना है कि ऐसा हो सकता है कि नगर निगम में भर्ती को लेकर किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा लोगों को ठगा जा रहा हो. 


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