कानपुर: 100 साल पुरानी मंडी पर लगा ग्रहण, 11 सौ व्यापारियों ने अनोखे अंदाज में किया प्रदर्शन
कानपुर की सौ साल पुरानी गल्ला मंडी पर नगर निगम ग्रहण लगाने की तैयारी कर रहा है. यहां के 11 सौ व्यापारियों ने एक जुट होकर बीच सड़क पर बैठ मंगलवार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
Kanpur News: वैसे तो कानपुर शहर औद्योगिक राजधानी के नाम भी जाना जाता है. लेकिन यहां बड़े उद्योगों के साथ छोटे व्यापार का बड़ा पैमाना स्थित है. क्नाओ के बहुचर्चित कलक्टर गंज गल्ला मंडी जहां पूरे शहर के लोग व्यापारी से लेकर आम जनता तक गले का समान खरीदने आते हैं. अब इस सौ साल पुरानी गल्ला मंडी पर नगर निगम ग्रहण लगाने की तैयारी कर रहा है. इसके चलते यहां के 11 सौ व्यापारियों ने एक जुट होकर बीच सड़क पर बैठ मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया और नगर निगम का अनोखे अंदाज में विरोध भी किया.
हाथों में विरोध की तख्ती, जुबान पर हनिमाना चालीसा का पाठ और बड़ी संख्या में भीड़ ने जमा की सड़क पर से एक तस्वीर कानपुर के कलक्टर गंज गल्ला मंडी की है. दरअसल, ये सभी व्यापारी है और लगभग सौ साल ये यहां ये और उनकी पीढ़ियां व्यापार कर रही हैं. लेकिन नगर निगम ने मार्च में एक प्रस्ताव तैयार किया, जिसमें इस क्षेत्र की सभी दुकानों को हटाकर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने की बात रखी. इन व्यापारियों का कारोबार पूरी तरह प्रभावित होने वाला है, जिसके चलते मंगलवार को सभी व्यापारियों ने बीच सड़क पर बैठ कर गांठों में तख्ती ले ली और नगर निगम के विरोध में भगवान भरोसे होकर हनुमान चालीसा का पाठ शुरु कर दिया. जिसके बाद ये वीडियो खूब वायरल हो रहा है.
क्या बोले व्यापारी
वहीं इस प्रदर्शन के बाबत कानपुर कलेक्टर गंज गल्ला मंडी के व्यापारी और भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री ज्ञानेश मिश्रा ने बताया कि उनके बाप दादा इस जगह पर सौ साल से व्यापार करते आ रहे हैं. अब हम उनकी जगह आप कारोबार कर रहे हैं. वर्ष 2009 तक हमने नगर निगम को इन सबही दुकानों का किराया दिया. लेकिन 2009 के बाद नगर निगम के अधिकारियों ने किराया लेना बंद कर दिया और अब उनके व्यापार को दरकिनार कर यहां कॉम्प्लेक्स बनाने की तैयारी कर रहा है.
उन्होंने कहा कि अब उन्हे मंजूर नहीं है, महामंत्री ने कहा कि सभी व्यापारियों किनारे से ये प्रस्ताव नगर निगम को दिया गया है कि कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स न बनकर जिस व्यापारी की पास जितनी जगह है उसे वो आज के उचित मूल्य के मुताबिक उन्हें अलॉट कर दें. जिससे उनका कारोबार चलता रहेगा, लेकिन नगर निगम इस प्रस्ताव पर सहमति नहीं दे रहा है. जिसके चलते आज व्यापारियों ने ये अनोखा प्रदर्शन किया.