अवध के सबसे मजबूत गढ़ों में से एक कानपुर नगर में बीजेपी के स्वप्निल वरुण और सपा के राजू दिवाकर के बीच कांटे मुकाबला है. लेकिन बीजेपी की स्वप्निल वरुण की बात करे तो वह दिवंगत पूर्व मंत्री कमला रानी वरुण की बेटी हैं. कमला रानी वरुण का निधन कोरोना से हुआ था जिसके बाद बीजेपी ने स्वप्निल वरुण को उम्मीदवार बनाया. कानपुर नगर में स्वप्लिन वरुण की जीत की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के कंधों पर है. बीजेपी ने उन्हें प्रभारी बनाया है.


सपा से राजू दिवाकर की मजूबत दावेदारी


वहीं सपा के राजू दिवाकर की बात करें तो वह समाजवादी पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं. जमीन पर राजू दिवाकर की अच्छी पकड़ मानी जाती है. मतलब कानपुर नगर में बीडेपी और एसपी दोनों को ही अपनी-अपनी जीत का भरोसा है. लेकिन कानपुर नगर का गणित क्या कहता है पहले उसे भी देख लीजिए.


कानपुर नगर की सीट का गणित



  • कुल सदस्य- 32

  • जीत के लिए- 17

  • बीजेपी-09

  • एसपी- 11

  • बीएसपी- 06

  • निर्दलीय-06


कानपुर नगर के आंकड़े बता रहे हैं कि सपा और बीजेपी में से किसी के पास भी बहुमत नहीं है. ऐसे में जीत हार कहीं ना कहीं निर्दलीय उम्मीदवार और बीएसपी पर टिकी हुई है.


बता दें, उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए जिनमें इटावा जिले को छोड़कर 21 निर्वाचित अध्यक्ष सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के हैं. इटावा में समाजवादी पार्टी को जीत मिली है. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया था कि प्रदेश के 22 जिलों- सहारनपुर, बहराइच, इटावा, चित्रकूट, आगरा, गौतम बुद्ध नगर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, ललितपुर, झांसी, बांदा, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, मऊ, वाराणसी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है.


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