UP Politics: जिन्ना की तारीफ पर भड़के मंत्री, बोले- बचपना करने वाली हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं अखिलेश
UP Jinnah Politics: मोहम्मद अली जिन्ना (Muhammad Ali Jinnah) पर दिए गए बयान को लेकर बवाल जारी है. मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
Kanpur Nand Gopal Gupta Nandi Attack on Akhilesh Yadav: देश के पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की जयंती पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से पाकिस्तान (Pakistan) के जनक कहे जाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना (Muhammad Ali Jinnah) पर दिए गए बयान को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. कानपुर (Kanpur) में आज एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh) के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी (Nand Gopal Gupta Nandi) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. नंदी ने कहा है कि अखिलेश अपनी बचपना करने वाली हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं.
मायावती पर भी साधा निशाना
नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि अखिलेश यादव का बचपना जगजाहिर है. साल 2012 से 2017 तक जब समाजवादी पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में थी तो उन्होंने 5 साल अपनी सरकार में केवल वीडियो गेम खेला और प्रदेश के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया. अपने बयान को और ज्यादा तीखा करते हुए नंद गोपाल नंदी (Nand Gopal Nandi) ने कहा कि अखिलेश यादव 'थूक के चाटने' वाले राजनेता हैं, उन्हें पिता से विरासत में कुर्सी मिली है उन्होंने इसके लिए कभी संघर्ष नहीं किया और इसकी कीमत शायद इसीलिए अखिलेश यादव नहीं जानते हैं. नंदी ने ये भी कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश को लूटा है. बीएसपी चीफ मायावती (Mayawati) पैसे लेकर टिकट बंटती आई हैं.
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अखिलेश ने की थी जिन्ना की तारीफ
बता दे कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को हरदोई की एक जनसभा में मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की थी. अखिलेश ने कहा, "सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई. उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे." अखिलेश ने आरएसएस का नाम लिए बिना कहा कि अगर कोई विचारधारा (आरएसएस की) है जिस पर प्रतिबंध लगाया गया था तो वह लौह पुरुष सरदार पटेल थे जिन्होंने प्रतिबंध लगाने का काम किया था. आज जो लोग देश को एकजुट करने की बात कर रहे हैं, वे आपको और मुझे जाति और धर्म के आधार पर विभाजित कर रहे हैं.
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