Kanpur News: कानपुर में पूर्व विधान सभा प्रत्याशी का पुलिस अधिकारियों से विवाद हो गया. पुलिस ने पूर्व प्रत्याशी के खिलाफ सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज कर लिया. जिसके बाद कानपुर के सपा विधायक और वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी आलोक मिश्रा अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचे और जमकर हंगामा किया. पुलिस अधिकारियों को तल्ख तेवर में समझा डाला.


कानपुर के अरमापुर थाना क्षेत्र में  में हो रही नमाज के दौरान पुलिस अधिकारी और कानपुर के गोविंद नगर सीट से चुनाव लड़ चुके पूर्व प्रत्याशी सम्राट विकास की पुलिस से नोकझोक हो गई. आरोप है कि जब नमाजी नमाज के लिए ईदगाह के अंदर जा रहे थे तभी पुलिस कुछ लोगों से गलत लहजे में बात कर रही थी जिसका विरोध सम्राट ने किया और विवाद बढ़ गया. पुलिस सम्राट को थाने लेकर पहुंची.


सम्राट विकास की गिरफ्तारी की खबर हुई तो सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और वर्तमान गठबंधन के लोकसभा प्रत्याशी आलोक मिश्रा अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए और पुलिस की तानाशाही के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. मामला बढ़ता देख  पुलिस ने कई थानों की फोर्स को बुला लिया. अपने कार्यकर्ता के खिलाफ गलत तरीके से कार्यवाही करने की बात पर नेताओं और पुलिस की झड़प होने लगी.



पुलिस पर लगाया भेदभाव पूर्ण कार्रवाई का आरोप
सपा विधायक अमिताभ इस बात को बार बार कहते नजर आए कि उनके और उनके पार्टी के लोगों के खिलाफ पुलिस गलत तरीके से कार्रवाई कर रही है. आरोप है कि पुलिस धर्म और पार्टी देखकर कार्रवाई करती है. वहीं पुलिस ने लगातार हो रहे विवाद के चलते पकड़े गए नेता के साथ सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने की भी मांग की जब पुलिस ने सम्राट विकास के खिलाफ  मामला दर्ज किया तो विधायक अमिताभ बाजपेई बिफर गए और उन्होंने सख्त लहजे में पुलिस अधिकारियों को नसीहत दे डाली. अमिताभ बाजपेई ने कहा कि पुलिस और उनके डीसीपी में हिम्मत है तो रामनवमी में कार्रवाई करें.


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